पुराण में लिखा है की इंसान को ये काम कभी नहीं करने चाहिए
अक्सर मनुष्य कुछ ऐसे काम करता है जो उसे कभी नहीं करने चाहिए इसके बारे में पुराणों में भी कहा गया है जिसमे से एक है पद्मपुराण जो की वेदव्यासजी द्वारा रचित है उन्होने इसमें विस्तार से बताया है की इंसानो को कुछ ऐसे कार्य भी होते है जो उन्हे कभी नहीं करने चाहिए |
1 . सबसे पहली चीज़ बताई गयी है की अगर बुरा देखोगे तो बुरा करोगे, बुरा सुनना भी पाप और देखना भी क्योंकि अगर आप बुरी संगती में रहोगे तो जल्दी आप खुद भी बुरा करना सिख जाओगे | इसलिए पद्मपुराण में लिखा है की इंसान की बुरी संगति से कोसो दूर रहना चाहिए |
2 . दूसरी बात यह बताई गयी है की खुद से पहले दुसरो का दुःख देखो कुछ भी बोलने से पहले सौ बार सोचो ऐसे बाते कभी भी किसी से भी नहीं बोलो जिससे सामने वालो को दुःख पोहचे या बुरा लगे | हमेशा प्यार से बात करो चाहे वो मित्र हो या दुश्मन सबसे एक जैसे सम्मान के साथ बात करो और किसी का भी दिल मत दुखाओ |
3. तीसरी बात यह बताई गई है की जब २ लोग आपस में समझौता कर रहे हो तो तीसरे को बढ़ा नहीं बनना चाहिए मतलब की अगर किन्ही दो लोगो के बिच कुछ आपसी मतभेद जारी है तो हमको कभी बिच में नहीं बोलना चाहिए इससे हम मामला सुलझाते नहीं बल्कि और बढ़ाते है |
4. चौथी बात यह बताई गई की ना किसी के बारे में बुरा बोलना चाहिए नाही किसीसे बुरा सुनना चाहिए कहने का मतलब है की कुछ लोगो को तीसरे आदमी की बुराई करने का शोक होता है जो की पीट पीछे उनके बारे में बुराइया करते है ऐसे लोगो से दूर ही रहना चाहिए |
5. पांचवी और सबसे अंतिम और महत्वपूर्ण बात यह बताई गई है की इंसान को कैसे भी परिस्थिति हो कभी गुस्से से पेश नहीं आना चाहिए हमेशा शांति से बात करनी चाहिए | कहा गया है की ज्यादा गुस्सा करने वाला आदमी कभी जीवन में उचा नहीं उठ पता कामयाबी हमेशा उससे दूर ही भगति है | गुस्सा करने के सब कुछ खत्म हो सकता है रिश्ते, प्यार, पैसे इस तन मन धन सब नष्ट हो जाता है इसलिए बताया गया है की हमेशा से गुस्से पर काबू रखो |