हनुमान जी इस मंदिर में रोजाना दिखाते हैं चमत्कार, अपने भक्तों की परेशानियां करते हैं दूर
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हमारा भारत देश चमत्कारों का देश माना जाता है हमारे देश में भगवान के प्रति लोगों की आस्था और यहां के मंदिरों के चमत्कार दुनिया भर में प्रसिद्ध है अक्सर लोग मंदिर में भगवान से अपनी परेशानियों को दूर करने की प्रार्थना करने के लिए जाते हैं भक्तों का भगवान के ऊपर बहुत ही विश्वास रहता है उनके मन में यही कामना रहती है कि भगवान उनके जीवन के सभी दुखों को दूर करें और वह अपनी कृपा उनके ऊपर हमेशा बनाए रखें अगर भगवान चमत्कार ना दिखाएं तो भक्तों को लगता है कि इस संसार में भगवान नहीं है परंतु ऐसा माना जाता है कि महाबली हनुमान जी कलयुग में साक्षात विराजमान है इनको कलयुग का साक्षात देव माना गया है आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से महाबली हनुमान जी का एक ऐसा मंदिर बताने वाले हैं जिस मंदिर के अंदर पिछले 45 सालों से लगातार हनुमान जी अपना चमत्कार दिखा रहे हैं।
आपको आज जिस मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं यह मंदिर लखनऊ में स्थित है इस मंदिर को हनुमान सेतु मंदिर के नाम से जाना जाता है इस मंदिर के अंदर हनुमान जी पिछले 45 सालों से लगातार अपना चमत्कार दिखा रहे हैं हनुमान जी के इस मंदिर के अंदर भक्त अपनी परेशानियां एक पर्ची पर लिखकर अपने साथ लाते हैं और यहां पर हनुमान जी को देते हैं महाबली हनुमान जी सभी अर्जियों को पढ़ते हैं और कुछ ही दिनों में अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान कर देते हैं इसी वजह से हनुमान सेतु मंदिर को अर्जी वाले हनुमान का मंदिर भी कहा जाता है यह हनुमान जी का ऐसा मंदिर है जहां पर भक्त अपनी परेशानियों को लिखित रूप में देते हैं और हनुमान जी अपने भक्तों की समस्याओं को दूर करते हैं।
महाबली हनुमान जी का यह मंदिर गोमती नदी के किनारे स्थित है इस मंदिर के पुजारी का ऐसा कहना है कि अगर आप 70 के दशक का इतिहास उठाकर पढेंगें तो इस बात की जानकारी होगी कि लखनऊ में तब बहुत ही भयंकर बाढ़ आई थी गोमती नदी में सैलाब आया हुआ था जो सब कुछ बहा कर अपने साथ ले गई थी परंतु महाबली हनुमान जी की प्रतिमा को वह सैलाब कुछ भी नहीं बिगाड़ पाया इनकी प्रतिमा बिल्कुल भी नहीं हिली थी तब बाबा नीव करौरी ने यहां आकर बाढ़ को अपने आशीर्वाद से शांत कराया था जब बाढ़ चली गई तो प्रशासन ने गोमती नदी पर पुल बनाने की पूरी कोशिश की थी परंतु उनकी सारी कोशिश नाकामयाब साबित हुई थी जब नदी पर पुल बनाया जाता था तो वह किसी ना किसी कारणवश गिर जाता था आखिर में हार मानकर कुछ अधिकारी पुल बनाने के लिए नीव करौरी बाबा के पास पहुंचे तब बाबा ने उन अधिकारियों को कहा था कि हनुमान जी ने तो राम कृपा से समुद्र पुल का भी निर्माण करा दिया था बस आप सभी लोग इस बात का प्रण लीजिए कि पुल बनने के पश्चात हनुमान बाबा का मंदिर का निर्माण कराएंगे इसके पश्चात यहां पर पुल बनाया गया और बाद में अधिकारियों ने हनुमान भगवान का मंदिर बनवाया।
इसी वजह से हनुमान जी के इस मंदिर का नाम हनुमान सेतु मंदिर पड़ गया था इस मंदिर के अंदर जो भी भक्त आता है वह इस मंदिर के अंदर हनुमान जी के दर्शन किसी ना किसी रूप में कर लेते हैं महाबली हनुमान जी पिछले 45 वर्षों से अपने सभी भक्तों की जायज मांगों को पूरा करते हैं इस मंदिर के अंदर हनुमान जी अपना रोजाना चमत्कार दिखाते हैं ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर के अंदर बाबा नीव करौरी आज भी विराजमान है और समय-समय पर अपने होने का एहसास कराते हैं अगर आपकी कोई परेशानी है और उससे छुटकारा नहीं मिल पा रहा है तो आप अपनी अर्जी लिखकर इस मंदिर में जा सकते हैं आपकी समस्याओं का निदान होगा।