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‘मैं भगवान विष्णु हूं इसलिए दफ्तर नहीं आ सकता’, इंजीनियर के दावे से दुनिया हैरान

कलियुग का क्या अंत आ गया है, कुछ दिनों में कलयुग खत्म हो जाएगा। क्या कुछ ही दिनों में धरती खत्म होने वाली है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि पुराणों के अनुसार, कलयुग के अंत में भगवान विष्णु को एक और अवतार लेंगे। जो कल्कि के रूप में प्रसिद्ध होगा। समय की गणना के अनुसार अभी कलियुग आधे में भी नहीं पहुंचा, वहीं गुजरात में एक शख्स ने ऐसा दावा किया है कि वो भगवान विष्णु का अवतार है, उन्हीं का आशीर्वाद है, जो इन दिनों पूरे देश में जमकर बारिश हो रही है। वरना पूरे देश में अकाल आ जाता।

चौंक गए आप, जी हां हम भी ये बातें सुनकर चौंक गए थे, जब सुना कि गुजरात में कल्की का अवतार हुआ है। जिसको सरकार लगातार नोटिस भेजकर दफ्तर बुला रही है। लेकिन वो जाने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि भगवान भी किसी की नौकरी करते हैं क्या। दरअसल ये चौंकाने वाला मामला गुजरात है, जहां सरकार के एक अधिकारी ने एक चौंकाने वाला दावा करते हुए खुद को भगवान का अवतार बताया है। अधिकारी सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी के अधीक्षण अभियंता है। जिनका नाम रमेश चंद्र फेफर है।  जो जनाब की दिनों से अपने दफ्तर की नौकरी छोड़कर घर में आराम फरमा रहे थे। सरकार ने जब कम उपस्थिति के कारण नोटिस भेजा तो इसके जवाब में रमेश चंद्र ने विचित्र तर्क पेश किया। नोटिस के जवाब ने रमेश चंद्र फेफर ने साफ लिख दिया। कि वो भगवान विष्णु का दशम अवतार कल्कि हैं, इसलिए वह दफ्तार नहीं आ सकते।

इंजीनियर से हाल ही में भगवान विष्णु का अवतार लेने वाले रमेश चंद्र फेफर का दावा है कि वो ‘‘ विश्व का अंत: करण ’’ बदलने के लिए ‘‘ तपस्या ’’ कर रहा हैं। सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी के अधीक्षण अभियंता रमेश चंद्र फेफर ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि उसकी तपस्या को धन्यवाद, कि देश में अच्छी बारिश हो रही है। फेफर को जारी नोटिस और उसका विचित्र जवाब वायरल हो चुका है।

इस लेटर के वायरल होने के बाद जब फेफर के राजकोट स्थित घर में मीडिया ने उससे बात की तो जनाब ने एक बार फिर अपना दावा पूरा जोर देकर दोहरा दिया। फेफर ने कहा कि ‘‘ आप विश्वास नहीं करेंगे लेकिन मैं वस्तुत: भगवान विष्णु का दशम अवतार हूं और आने वाले दिनों में मैं इसे साबित कर दूंगा। मैं मार्च 2010 में कार्यालय में था तो मैने महसूस किया कि मैं कल्कि अवतार हूं। तब से मेरे पास दिव्य शक्तियां हैं।’’

विभाग द्वारा जारी नोटिस का फेफर ने दो पेज में जवाब भेजा, जिसमें लिखा कि ‘‘ मैं उम्र के पांचवे दशक में प्रवेश करने के साथ ही वैश्विक अंत: करण के बदलाव के लिए अपने घर में तपस्या कर रहा हूं। मैं ऑफिस में बैठ कर इस तरह की तपस्या नहीं कर सकता हूं।’’ अधिकारी ने दावा कि उसकी तपस्या के कारण ही भारत में पिछले 19 साल से अच्छी बारिश हो रही है। रमेश चंद्र ने कहा कि अब यह सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी को तय करना चाहिए कि एजेंसी के लिए मुझे आफिस में बैठा कर समय पास करवाना महत्वपूर्ण है कि देश को सूखे से बचाने के लिए कुछ ठोस काम करना।

रमेश चंद्र फेफर यहीं नहीं रुके उनका दावा है कि ‘‘ मैं कल्कि अवतार हूं इसलिए भारत में अच्छी बारिश हो रही है.’’ नोटिस के अनुसार फेफर पिछले आठ महीने में वडोदरा स्थित अपने आफिस में केवल 16 दिन उपस्थित रहे हैं. सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित लोगों के पुनर्वास का काम सरदार सरोवर पुनर्वासवत एजेंसी देख रही है।

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