बेटे को खुद के लिए अपशगुन मानने लगे थे गोविंदा के पिता, गोद में लेने से भी कर दिया था इंकार
हिंदी सिनेमा के ‘हीरो नंबर वन’ कहे जाने वाले सुपरस्टार गोविंदा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। गोविंदा ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में काम किया। वह ऐसे कलाकार है जो कॉमेडी से लेकर गंभीर किरदार में जान डाल दिया करते हैं। गोविंदा को लेकर कहा जाता है कि जिस तरह के वह कलाकार है शायद इंडस्ट्री में अब दोबारा ऐसा कलाकार नहीं आएगा। बता दे गोविंदा के अंदर इस तरह की कलाकारी होने का कारण है कि उनके पिता अरुण कुमार आहूजा का एक सुपरस्टार होना है।
जी हां.. गोविंदा के पिता अरुण कुमार आहुजा जाने-माने अभिनेता रहे जबकि उनकी मां निर्मला देवी भी मशहूर सिंगर रह चुकी थी। लेकिन अरुण और निर्मला देवी के बीच जल्दी ही दूरियां आ गई थी। इसके पीछे का कारण गोविंदा को बताया जाता है। तो आइए जानते हैं गोविंदा के माता-पिता के अनसुने किस्से…
प्रेग्नेंसी के दौरान साध्वी बन गई थीं निर्मला देवी
दरअसल, गोविंदा के जन्म से पहले अरुण कुमार आहुजा एक मशहूर एक्टर हुआ करते थे जिन्होंने अपने करियर में कई फिल्मों में काम किया था। अरुण कुमार को सबसे ज्यादा महबूब खान की फिल्म ‘औरत’ के लिए जाना जाता था। वही निर्मला देवी भी एक मशहूर सिंगर हुआ करती थी।
बता दें, गोविंदा की मां नजीम मुसलमान थीं। लेकिन एक्टर अरुण से शादी करने के लिए उन्होंने अपना नाम निर्मला देवी रख लिया था। वह सिंगर होने के साथ साथ एक्ट्रेस भी थीं। लेकिन जब गोविंदा उनके पेट में थे तो वह एक साध्वी भी बन गई।
एक्टर के माता-पिता में आ गई दूरी…
साध्वी बनने के कारण अरुण कुमार से वह दूर होने लगी। दोनों एक साथ रहते थे जरूर लेकिन साध्वी बनने के बाद इनके रिश्ते में खटास हो गई थी। पत्नी के साध्वी बनने के कारण अरुण कुमार काफी नाराज रहा करते थे। कहा जाता है कि जब गोविंदा का जन्म हुआ तो उन्होंने गोविंदा को अपनी गोद में लेने से भी मना कर दिया। अरुण कुमार को लगता था कि निर्मला देवी के गर्भवती होने के कारण ही वह साध्वी बन गई। इसके बाद गोविंदा का जन्म हुआ जिससे अरुण कुमार नाराज हो गए।
हालांकि जब अरुण कुमार को उनके माता-पिता और परिवार वालों ने समझाया तो वह जल्द ही मान भी गए। उन्होंने बतौर पिता अपने बेटे को बहुत अच्छी परवरिश दी। रिपोर्ट की माने तो गोविंदा काफी अमीर परिवार से थे लेकिन उनकी उनके पिता का फिल्मों में काफी नुकसान में हो गया जिसके कारण उन्हें अपना बंगला बेचना पड़ा। इसके बाद वह मुंबई की छोटी सी जगह विरार में रहने लगे जहां पर उनका एक छोटा सा घर था।
मां नहीं चाहती थीं कि, मैं हीरो बनू…
एक इंटरव्यू के दौरान खुद गोविंदा ने अपने पिता के बारे में बात करते हुए बताया था कि, “जब मैं गर्भ में था तो मां साध्वी बन गई थीं। वह पापा के साथ रहती तो थीं, लेकिन साध्वी की तरह। जब मेरा जन्म हुआ तो पापा ने मुझे गोद में लेने से इनकार कर दिया। उन्हें लग रहा था कि मेरी वजह से मां उनसे अलग होकर साध्वी बनी हैं।”
आगे एक्टर ने बताया कि, “मां चाहती थी कि मैं बैंक में जॉब करूं। ये मेरे पापा थे, जिन्होंने मुझे एक्टिंग फील्ड में आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुझे कहा- ‘तुम अच्छा लिख सकते हो, अच्छे दिखते हो, एक्टिंग कर सकते हो, तुम्हे फिल्मों में जाना चाहिए। क्यों जॉब खोज रहे हो। कुछ समय तक मैं मां को बताए बगैर राजश्री प्रोडक्शन के चक्कर लगाता रहा।
यह सोचकर कि शायद कोई काम मिल जाए। फिर एक दिन मैंने मां से रिक्वेस्ट की कि वे मुझे फिल्मों में जाने की परमिशन दे दें। तब उन्होंने परमिशन देने के साथ-साथ मुझसे कहा- ‘नो शराब, नो सिगरेट। यदि तुम ट्राय करना चाहते हो तो करो, लेकिन ये चीजें लाइफ में नहीं आनी चाहिए।” बता दें कि गोविंदा 6 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं।