इंटरकास्ट मैरिज के खिलाफ थे घरवाले, लड़की ने 22 साल किया इंतजार, जब दुल्हन बनी तो ऐसा था रिएक्शन
सच्चा प्यार क्या होता है? शायद वह जिसमें आप सामने वाले को सालों तक बिना किसी शर्त के निस्वार्थ चाहते रहें। हालांकि भारत में जात-पात के अंतर की वजह से कई लोगों को अपना सच्चा प्यार नसीब नहीं होता है। उनके घरवाले इंटर-कास्ट मैरिज के लिए नहीं मानते हैं। इस स्थिति में कई लड़कियां घर से भाग जाती है। वहीं कुछ परिवार के दबाव में आकर कहीं और शादी कर लेती है। लेकिन आज हम आपको एक अलग ही किस्सा सुनाने जा रहे हैं।
पहली नजर का प्यार
इनसे मिलिए, ये है सोनिया। सोनिया को 22 साल पहले एक शख्स से प्यार हो गया था। वह उनसे शादी करना चाहती थी। लेकिन उनके पिताजी ने लड़के का दूसरी जात का होने की वजह से मना कर दिया था। अब सोनिया अपने घरवालों और प्रेमी दोनों से प्यार करती थी। ऐसे में उसने इंतजार किया। पूरे 22 साल वह इंतजार करती रही। और अब आखिर उसकी शादी अपने प्रेमी से हो गई। सोनिया की लव स्टोरी भी काफी दिलचस्प है। आप उनकी प्रेम कहानी उनकी जुबानी ही सुनिए।
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साल 1998 की बात है। मैंने संजय जी को पहली बार साइकिल पर अपने दोस्तों के साथ घूमते हुए देखा था। तब मैंने उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था, लेकिन उनके लिए मैं पहली नजर का प्यार थी। हमारी कभी बातचीत नहीं हुई लेकिन वह अक्सर 90 के दशक की फिल्मों के हीरो की तरह अपने दोस्तों के साथ बाजारा आता था। सिर्फ मेरी एक झलक देखने।
शादी के खिलाफ हुए घरवाले
जल्द हम दोनों की दोस्ती हो गई। फिर प्यार भी हुआ। कुछ सालों बाद मैंने पिताजी को अपने प्यार के बारे में बताया। पर वह इस शादी के खिलाफ थे। उन्होंने कहा ‘जिस दिन वह तेरे लिए घर बनाकर देगा, उस दिन मैं तुम्हारी शादी उससे करवा दूंगा।’ कई साल बीत गए। मेरे अंदर की भावनाएं भी जिम्मेदारियों के बोझ के तले दब गई। मेरे भाई की दो बेटियाँ थी। उसने कभी उनकी जिम्मेदारी नहीं उठाई। तो मैंने उन्हें पाल पोषकर बड़ा किया। अब वह सभी बड़ी हो गई हैं। पढ़ी लिखी हैं। मुझे उन पर गर्व है।
अब मेरी शादी की उम्र तेजी से निकलती जा रही थी। घरवाले शादी का दबाव बना रहे थे। लेकिन मुझे शादी में अब कोई दिलचस्पी नहीं थी। क्योंकि मेरा दिल अभी भी संजय जी के लिए धड़कता था। अब और कई साल बीत गए। फिर 26 मार्च 2022 को मेरे पिताजी का निधन हो गया। इस दौरान मेरी मुलाकात मेरे पुराने निवास स्थल पर फिर से संजय जी से हुई। यहां मुझे पता चला कि संजय जी ने भी अभी तक शादी नहीं की थी।
22 साल बाद हुई प्यार की जीत
हम बाद में कुछ और बार मिले। उन्होंने मुझे अपनी फिलिंग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वह पिताजी की इच्छा के अनुसार पहले घर बनाएंगे। उसके बाद ही मेरा हाथ मेरे घरवालों से मांगेंगे। और अब 22 साल के इंतजार के बाद आखिर इस निस्वार्थ प्यार की जीत हुई। हम आखिरकार एक दूसरे के हो गए। हमने 30 जनवरी, 2023 को शादी रचा ली। हम साथ में काफी खुश हैं।