5 साल पुरानी इस कंपनी ने उड़ा दी अडानी की रातों की नींद, 2 दिन में कर दिया 4लाख करोड़ का नुकसान
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी जैसे बड़े बिजनेसमैन को कमाई के मामले में टक्कर देकर गौतम अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर उद्योगपति की लिस्ट में शामिल थे, लेकिन 24 जनवरी 2023 को आई रिपोर्ट के अनुसार एक ही झटके में अडानी समूह की कंपनियां धराशाही हो गई। बता दे अडानी समूह की करीब 10 कंपनियों के शेयर क्रैश होने लगे हैं। रिपोर्ट की मानें तो गौतम अदानी ने एक झटके में 25 बिलीयन डॉलर गवा दिया और वह तीसरे अमीर शख्स की लिस्ट से सीधे 7 वे पायदान आ गिरे हैं। तो आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण क्या है और गौतम अडानी का यह हाल करने वाली कंपनी कौन सी है?
एक झटके में अडानी को हुआ इतना घाटा
सबसे पहला हम आपको यह बता दें कि गौतम अडानी बीते साल 2022 में दुनिया के टॉप 10 अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए थे। उन्होंने इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अपना नाम दर्ज करवाया, लेकिन साल 2023 की शुरुआत उनके लिए बुरी साबित हुई। दरअसल 24 जनवरी को अमेरिकी रिसर्च फॉर्म हिडेनबर्ग की एक रिपोर्ट आई जिसने अदानी ग्रुप को रातों-रात सातवें स्थान पर पहुंचा दिया। बता दे 2 दिनों के अंदर अदानी ग्रुप का मार्केट 4.2 लाख करोड रुपए तक घट गया है। ऐसे में अडानी की नेटवर्थ भी घटकर 100.4 अरब डॉलर पर आ गई है। इसके पीछे का कारण है अमेरिकी फारेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म ‘हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी।’
क्या करती है हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी?
बता दें, अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फॉर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की शुरुआत साल 2017 में हुई। इस कंपनी की शुरुआत नाथन एंडरसन ने की जिन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकल से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने फैक्टसेट और डाटा एनालिसिस कंपनी की शुरुआत की। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो शुरुआत में एंडरसन इन्वेस्टमेंट कम मैनेजमेंट कंपनियों में काम करते थे। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने शॉर्ट सेलिंग फॉर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की शुरुआत कर दी।
बता दें, हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म एक ऐसी कंपनी है जो क्रेडिट इक्विटी डेरिवेटिव्स का विश्लेषण करती है। यदि साफ़ शब्दों में कहा जाए तो हिंडनबर्ग किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाकर उसपर विस्तृत रिपोर्ट पश करती है। इसके अन्तर्गत अकाउंटिंग में गड़बड़ी, मैनेंजमेंट के स्तर पर खामियां और अनडिस्क्लोज रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन के बारे में विस्तार से खुलासा किया जाता है।
अडानी समूह कोई पहली कंपनी नहीं है जिस पर हिंडनबर्ग ने रिसर्च की है। इससे पहले ये फर्म 16 कंपनियों की गड़बड़ी का खुलासा कर चुकी है। अपनी निगेटिव रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने अडानी समूह की कंपनियों पर कई गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद से ही अडानी समूह का ये हाल है।