प्रेग्नेंसी में बच्चे की जान की दुश्मन है यह 5 चीजें, भूलकर भी ना करें इनका सेवन
मां बनने का सुख घर महिला लेना चाहती है। सभी को अपने घर में बच्चों की किलकारियों की गूंज सुनना पसंद है। हालांकि इस खुशखबरी के पहले उन्हें 9 महीने अपने बच्चे को गर्भ में पाल कर रखना पड़ता है। प्रेग्नेसी का पीरियड हर महिला के लिए बेहद खास होता है।
इस दौरान उसकी लाइफस्टाइल और खानपान का सीधा असर उसके बच्चे की ग्रोथ पर पड़ता है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खानपान को लेकर काफी सतर्क रहना पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो प्रेगनेंसी में महिलाओं को कुछ खास चीजों से परहेज कर के रहना चाहिए। यह चीजें खाने से बच्चे की ग्रोथ पर नेगेटिव असर पड़ता है। तो चलिए जानते हैं कि प्रेगनेंसी में आपको किन–किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में भूलकर भी ना खाएं यह चीजें
1. अंगूर: प्रेगनेंसी में महिलाओं का मन खट्टा खाने को करता है। ऐसे में कई बार वह अंगूर भी खाना चाहती हैं। लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो प्रेगनेंसी में अंगूर के सेवन से बचना चाहिए। इसकी वजह यह है कि अंगूर की तासीर गर्म होती है। इसे खाने से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।
2. अनानास: प्रेगनेंसी में अनानास यानी कि पाइनएप्पल खाने से भी बचना चाहिए। कई हेल्थ एक्सपर्ट गर्भावस्था में महिलाओं को पाइनएप्पल खाने से मना करते हैं। माना जाता है कि इसे खाने से प्रसव पीड़ा समय अवधि से पहले ही आ सकती है। दरअसल पाइनएप्पल भी गर्म तासीर का होता है।
3. कॉफी: कई महिलाएं कॉफी पीने की आदि होती हैं। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो महिलाओं को प्रेगनेंसी में कॉफी पीने से परहेज करना चाहिए। यह काफी आपके भ्रूण के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकती है। इसके अलावा चाय भी जितना हो सके कम पीना चाहिए। दिन में सिर्फ एक जाए बहुत है।
4. कच्चा अंडा: वैसे तो प्रेगनेंसी में अंडे लाभकारी होते हैं। लेकिन आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि आप कच्चा अंडा कभी ना खाएं। कच्चा अंडा खाने से जी मिचलाना, उल्टी होना, बुखार आना जैसी समस्याएं हो सकती है। इसका नेगेटिव असर आपके बच्चे पर पड़ सकता है। आप अंडे को अच्छे से पका कर खा उबाल कर खा सकती हैं।
5. पपीता: प्रेगनेंसी में भूलकर भी पपीता खाने की गलती नहीं करनी चाहिए। यह फल खाने से हर कोई मना करता है। डॉक्टर हो या घर के बड़े-बड़े हर कोई आपको पपीता गर्भावस्था में खाने की सलाह नहीं देता है। इसकी वजह यह है कि पपीता की तासीर बहुत गर्म होती है। इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
प्रेगनेंसी में कोई भी चीज खाने या ना खाने से पहले एक हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह लेना अच्छा विकल्प होता है। इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही अपने खाने का रूटीन बनाएं।