किसान की बेटी बनी सब-इंस्पेक्टर, मां-बाप ने पहली बार वर्दी में देखा तो दिया ऐसा रिएक्शन – Video
बच्चे अपने मां बाप की शान होते हैं। इसलिए उनकी पढ़ाई लिखाई में वह अपनी हैसियत से भी ज्यादा पैसा लगा देते हैं। उनका सपना होता है कि उनकी संतान लाइफ में आगे बढ़े, अपना नाम बनाए, तरक्की करे, उसका अच्छा करियर हो। और जब उसका बच्चा लाइफ में कुछ बड़ा हासिल कर लेता है तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।
सब-इंस्पेक्टर बनी किसान की बेटी
आजकल सिर्फ बेटे ही नहीं बल्कि बेटियां भी मां बाप का नाम रोशन कर रही हैं। वह हर मामलों में बेटों को कड़ी टक्कर दे रही है। अब किसान की बेटी मोनिका पुनिया को ही देख लीजिए। इनके मां बाप गांव में किसान हैं। लेकिन इन्होंने अपनी बेटी को घर में कैद कर के नहीं रखा। बल्कि उसे बाहर निकालकर पढ़ने लिखने की पूरी आजादी दी।
मां बाप की इस छूट का नतीजा ये हुआ कि मोनिका दिल्ली पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर भर्ती हो गई। जब उन्हें पहली बार पुलिस की यूनिफ़ॉर्म मिली तो वह इसे पहनकर अपने गांव स्थित खेत पहुंच गई। यहां वह पुलिस की वर्दी पहनकर अपनी मां और पिता से मिली। मां अपनी लाड़ली बिटिया को पुलिस की वर्दी में देख फुली नहीं समाई। उसने बेटी को प्यार से गले लगा लिया।
मां-बाप के रिएक्शन ने जीता दिल
बेटी ने अपनी पुलिस की कैप प्यार से मां को पहना दी। इससे उनकी खुशी दोगुनी हो गई। फिर बेटी अपने पिता के पास पहुंची। बेटी को सब इंस्पेक्टर बना देख उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया। वह भी बेहद खुश हुए। उन्होंने वीडियो में जनता को संदेश दिया कि आप भी मेरी तरह बेटियों को घर से बाहर निकालें, उन्हें कुछ बनाएं। पिता ने ये भी बोला कि बेटी को पुलिस की वर्दी में देख उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
मोनिका ने यह वीडियो अपने यूट्यूब चैनल ‘मोनिका पुनिया’ पर अपलोड किया है। इसे शेयर करते हुए उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा “यह मेरी तरफ से माता-पिता को पहला गिफ्ट है।” उनका यह वीडियो लोगों को बड़ा पसंद आ रहा है। वह मोनिका और उनके किसान मां बाप की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। कई लोग इस वीडियो को देख भावुक भी हो गए।
यहां देखें दिल छू लेने वाला वीडियो
उम्मीद करते हैं कि इस वीडियो को देखने के बाद आप भी अपनी बेटियों को घर से बाहर निकालेंगे। उन्हें खूब पढ़ाएंगे, लिखाएंगे। उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करेंगे। ताकि उन्हें पैसों के लिए किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़े।