बुधवार को गणेशजी के इस मंदिर में उल्टा स्वास्तिक बनाने से मुरादें होती है पूरी, होता है चमत्कार
भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है, ऐसा बताया जाता है कि यदि इनकी पूजा सच्चे दिल से की जाए तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है, इसी वजह से कोई भी पूजा पाठ या शुभ कार्य में सर्वप्रथम गणेश जी की पूजा की जाती है, मान्यता अनुसार अगर इनकी पहली पूजा होती है तो इससे सारी बाधाएं समाप्त होती है, वैसे देखा जाए तो देश भर में भगवान गणेश जी को समर्पित बहुत से मंदिर मौजूद है और इन मंदिरों की अपनी कोई ना कोई खासियत अवश्य है, इस मंदिर में अक्सर लोग अपनी दुख परेशानियां लेकर जाते हैं और भगवान गणेश जी की कृपा से उनकी परेशानियों का समाधान होता है, परंतु आज हम आपको एक ऐसे गणेश जी के प्रसिद्ध मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जहां पर गणेश जी केवल सिंदूर में स्थापित किए गए हैं और यह मंदिर मुख्यतः गणेश जी का ही है, ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर में अगर कोई व्यक्ति अपने सच्चे मन से मनोकामना मांगता है तो वह अवश्य पूरी हो जाती है।
भगवान गणेश जी के जिस मंदिर के बारे में हम आपको जानकारी दे रहे हैं यह मंदिर इंदौर में विजय नगर से कुछ दूर खजराना चौक के पास स्थित है, जिसको खजराना मंदिर कहा जाता है, यह सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में माना गया है, ऐसा बताया जाता है कि गणेश जी के इस प्राचीन मंदिर का निर्माण अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था, इस मंदिर में भक्त दूर-दूर से आते हैं और अपने अपने तरीकों से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का प्रयास करते हैं, आपको बता दें कि इस मंदिर में मनोकामना पूरी करने के लिए लोग हिंदू शास्त्र के विपरीत कार्य करते हैं दरअसल, जो भक्त इस मंदिर में अपनी मनोकामना लेकर आता है वह गणेश जी की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाता है और जब उसकी मनोकामनाएं भगवान गणेश जी पूरी कर देते हैं तब इस मंदिर में आकर भक्त भगवान गणेश जी की पीठ पर सीधा स्वास्तिक बनाते हैं।
बुधवार के दिन इस मंदिर में भक्त दूर-दूर से आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए भगवान गणेश जी की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं, इस मंदिर के अंदर बुधवार के दिन विशेष आयोजन किया जाता है, जैसा कि आप लोग जानते हैं कोई भी शुभ कार्य करने से पहले सर्वप्रथम गणेश जी को निमंत्रण दिया जाता है, इसी वजह से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए इस मंदिर में भक्त बुधवार के दिन सबसे अधिक संख्या में आते हैं और अपनी मनोकामना भगवान गणेश जी के समक्ष रखते हैं।
गणेश जी के इस मंदिर में गणेश जी के अलावा माता दुर्गा जी, महाकालेश्वर की भूमिगत शिवलिंग, गंगा जी की मगरमच्छ पर जलधारा मूर्ति, लक्ष्मी जी का मंदिर, साथ ही हनुमान जी की झांकी मन मुग्ध करने वाली होती है, यहां पर शनि देव का मंदिर भी मौजूद है, और यहां पर साईं नाथ का भी भव्य मंदिर स्थित है, यहां का माहौल देखकर ऐसा अनुभव होता है कि सारे देवी देवता एक स्थान पर ही एकत्रित हो गए हैं, रोजाना इस मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं।