अध्यात्म

देवी मां का प्रसिद्ध मंदिर जहां सच्चे मन से आराधना करने वाले लोगों की मनोकामनाएं होती है पूरी

देश भर में ऐसे बहुत से देवी-देवताओं के मंदिर मौजूद हैं जिनके प्रति लोगों की अटूट आस्था जुड़ी हुई है, इन सभी मंदिरों की अपनी अलग-अलग कोई ना कोई खासियत या चमत्कार होता है जिसकी वजह से लोगों का विश्वास इनके प्रति और अधिक बढ़ जाता है, वैसे देखा जाए तो बहुत से मंदिर देश भर में मौजूद हैं जिनमें लोग हर वर्ष लाखों की संख्या में दर्शन करने के लिए जाते हैं, आज हम आपको देवी मां के एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त इस मंदिर के अंदर अपने सच्चे मन से माता की आराधना करता है उसकी सभी मनोकामनाएं माता रानी पूरी करती हैं।

दरअसल, आज हम आपको जिस मंदिर के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह मंदिर बिहार की राजधानी पटना में स्थित है, इस मंदिर को बड़ी पटन देवी मंदिर कहा जाता है और यह भक्तों के बीच प्रमुख केंद्र बना हुआ है, ऐसा बताया जाता है कि इस स्थान पर देवी सती की दाहिनी जांग गिरी थी, इस बात का उल्लेख देवी भागवत और तंत्र चूड़ामणि में भी किया गया है, इस मंदिर के अंदर माता रानी की 3 सवरूपो वाली प्रतिमाएं मौजूद है।

अगर आप इस मंदिर के परिसर में जाएंगे तो वहां पर महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती जी विराजमान है, इस मंदिर के पीछे एक बड़ा गड्ढा है जिस गड्ढे को पटन देवी खंदा के नाम से लोग जानते हैं, इसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहीं से देवी की मूर्तियों को निकालकर मंदिर में स्थापित किया जाता था, बिहार की राजधानी पटना के गुलजारबाग में इस मंदिर के परिसर में महाकाली महालक्ष्मी और सरस्वती जी की काले पत्थर की प्रतिमाएं है।

इस मंदिर के अंदर भैरव की प्रतिमा भी स्थित है, ऐसा बताया जाता है कि देवी माता की यह तीनों मूर्तियां सतयुग से ही इस स्थान पर स्थापित है, इस मंदिर के अंदर माता के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ आती है, वैसे तो इस मंदिर के अंदर साल भर भक्त माता के दर्शन के लिए आते जाते रहते हैं परंतु जब नवरात्रि के दिन आते हैं तो यहां पर माता के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या और अधिक बढ़ जाती है, इस मंदिर के परिसर में एक योनि कुंड भी मौजूद है, मान्यता अनुसार इस योनि कुंड में जो भी हवन सामग्री डाली जाती है वह भूगर्भ में चली जाती है, इस मंदिर के अंदर बलि की भी परंपरा बताई जाती है, वैदिक और तांत्रिक दोनों ही विधि से इस मंदिर के अंदर पूजा की जाती है।

देवी माता का यह मंदिर बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारिक माना गया है, इस प्रसिद्ध मंदिर में जो भक्त अपने सच्चे मन से यहां पर आकर माता रानी की पूजा आराधना करता है उसकी हर मुराद माता रानी अवश्य पूरी करते हैं, इतना ही नहीं बल्कि ऐसा भी माना जाता है कि आधी रात के समय आरती के पश्चात जो भी भक्त माता के दर्शन करता है उसको साक्षात भगवती का आशीर्वाद मिलता है, इस मंदिर में माता की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग दूर-दूर से उपस्थित होते हैं।

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