अध्यात्म

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हर व्यक्ति को सीखने चाहिए यह गुण, जिंदगी को मिलेगी नई राह

इस संसार में हर व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख का आना जाना लगा रहता है, व्यक्ति को अपने जीवन में कई बार ढेरों खुशियां मिलती हैं तो कई बार उनको तकलीफों का सामना करना पड़ता है, जब व्यक्ति के जीवन में कठिन परिस्थितियां उत्पन्न होती है तो वह इस स्थिति में काफी विचलित हो उठता है और उसके दिमाग में इन तकलीफों से छुटकारा पाने का कोई भी रास्ता नहीं सूझता है, अगर आप अपने जीवन को बेहतर तरीके से व्यतीत करना चाहते हैं और अपनी परेशानियों को दूर करके आनंद लेना चाहते हैं तो भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन से संबंधित लीला आपके सभी दुखों को दूर कर सकती है जी हां, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण जी का पूरा जीवन किसी ना किसी सबक से कम नहीं माना गया है।

भगवान श्री कृष्ण जी ने अपने पूरे जीवन काल में सभी रिश्तो को बेहतर और सरल तरीके से निभाया है, चाहे पांडवों की दोस्ती हो या फिर गोपियों के साथ प्यार का रिश्ता हो, इन्होंने सभी चीजों को बखूबी तरीके से निभाया है, आज हम आपको भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन से जुड़ी हुई उन विशेष बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिन पर अगर आप गौर करते हैं तो आपको जीवन जीने का सही तरीका मालूम हो जाएगा।

आइए जानते हैं भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन से क्या लेनी चाहिए सीख

  • आप सभी लोगों को भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की दोस्ती के बारे में तो पता ही होगा, कहीं ना कहीं आपने श्री कृष्ण और सुदामा की दोस्ती के बारे में पढ़ा या सुना जरूर होगा, भगवान श्री कृष्ण जी के परम मित्र सुदामा थे, कृष्ण जी ने अपनी दोस्ती के बीच में जात-पात और ऊंच-नीच का भेदभाव नहीं किया था, उनकी पद प्रतिष्ठा या धन कभी भी उनकी दोस्ती के बीच में नहीं आई थी और उन्होंने जीवन भर अपनी मित्रता निभाई थी।

  • आप लोगों में से ज्यादातर इस बात को जानते होंगे कि भगवान श्री कृष्ण जी के असली माता पिता यशोदा और नंद थे लेकिन भगवान कृष्ण जी का पालन पोषण वासुदेव और देवकी ने किया था लेकिन भगवान कृष्ण जी ने अपनी दोनों माताओं को एक ही स्थान दिया था और जीवन भर एक ही सम्मान किया था, हमको भगवान कृष्ण जी से यह सीख लेनी चाहिए कि व्यक्ति का एक समान आदर और सम्मान किस प्रकार करना चाहिए।

  • आप लोगों ने भगवान कृष्ण जी की लीलाओं के बारे में सुना ही होगा, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि भगवान श्री कृष्ण जी हमेशा अपने दोस्तों और अपने कार्य में ही व्यस्त रहा करते थे परंतु इन्होंने हमेशा अपने गुरुओं का सम्मान भी किया है, यह सदैव अपने गुरुओं के प्रति आदर भाव रखा करते थे।

  • भगवान श्री कृष्ण जी के चाहने वाले बहुत है लेकिन भगवान कृष्ण जी का प्रेम राधा के प्रति सच्चा था, राधा के अलावा भी भगवान कृष्ण जी से बहुत सी गोपियाँ प्रेम करती थी लेकिन राधा और कृष्ण जी का प्यार इतना सच्चा था कि वर्तमान समय में भी लोग इनके प्यार की मिसाल देते हैं, इसलिए हमें भगवान कृष्ण जी से अपने प्यार के प्रति सम्मान का गुण जरूर सीखना चाहिए।

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