हर घंटे कमाती है 900 रु से ज्यादा, करती है 2 नौकरी, फिर भी 22 साल की लड़की को खाने के पड़े है लाले
एक महिला ठीक से अपना खर्च नहीं चला पाती है. पैसे की कमी के कारण कई बार खाना नहीं खाती है. नाश्ता नहीं कर पाती है. जबकि वो नौकरी करती है. वो भी एक नहीं बल्कि दो-दो नौकरी. मामला पेचीदा और गंभीर है. साथ ही विचार करने वाला भी है. एक महिला दो-दो नौकरी कर रही है इसके बावजूद उसे आर्थिक तंगी का सामना क्यों करना पड़ रहा है.
हाल ही में विदेश की एक महिला ने अपनी आपबीती सुनाई है और लोगों को अपने दिल के दर्द के बारे में बताया है. महिला ने खुद इस बात का खुलासा सबके सामने किया है कि वह 2 नौकरी करती है और इसके बावजूद वो कभी रात का खाना नहीं खा पाती है तो कभी नाश्ता नहीं कर पाती है. जिस महिला की हम आपसे बात कर रहे है उसका नाम एमी बुरेल है. एमी बुरेल महज 22 साल की है. यह मामला ब्रिटेन के डेवोन का है.
22 साल की एमी बुरेल डेवोन में रहकर दो-दो नौकरियां करती हैं. उसकी एक नौकरी यहां के चिड़ियाघर में है. जहां वो चिड़ियाघर के भीतर देखरेख का काम संभालती है. वहीं उसकी दूसरी नौकरी एक चिप-फिश शॉप में है. दिन में वो चिड़ियाघर में नौकरी करती है और शाम के समय चिप-फिश शॉप में काम करती है.
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ एमी को ब्रिटेन में बढ़ती महंगाई की मार के कारण इन हालातों का सामना करना पड़ रहा है. ब्रिटेन में इन दिनों महंगाई अपने चरम पर है. ऐसे में 22 साल की इस महिला का जीवन यापन करना काफ़ी मुश्किल हो रहा है. हाल ही में उसने अपनी आपबीती लोगों के साथ साझा की है जिसकी खूब चर्चा हो रही है. एमी शाम के समय जिस दुकान में काम करती है वो वहां से चिप्स खा लेती है और अक्सर ऑर्डर गलत होने पर उसे सॉसेज और मछली भी खाने को मिल जाती है.
हर घंटे कमाती है 900 रूपये से ज्यादा…
हैरानी की बात यह है कि एमी हर घंटे 900 रूपये से ज्यादा कमाती है फिर भी उसे इन दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है. वो कहती है कि, ”क्योंकि ब्रिटेन में आम जरूरत की चीजों की कीमत काफी अधिक है. मैं चिड़ियाघर की नौकरी से बहुत ज्यादा प्यार करती हूं लेकिन अब इससे मेरी जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं”.
52 हजार रूपये मकान का किराया…
एमी को ब्रिटेन में किराये के हर माह 52 हजार रुपए (£550) देने पड़ते हैं. वहीं उसकी सब खर्चों के बाद कुल बचत 3800 रुपए (£40) ही होती है. महिला ने यह भी बताया कि अगर उसे चिप्स और दुकान से अन्य खाने की चीजें न मिले तो वो अपने पैसे से चाहकर भी खुद के खाने पर खर्चा नहीं कर सकती है.