धनतेरस की शाम को जरूर करें पूजा, 19 साल बाद बन रहा है यह शुभ महूरत होजाएंगे मालामाल !!
दीवाली हिन्दू धर्म द्वारा मनाये जाने वाला सबसे पावन पर्व है।हर मनुष्य अपने अनुसार लष्मी पूजन करता है जिसे की वो माता लष्मी को खुश रख सके और माता लष्मी अपना आशीर्वाद बनाये रखे।
दीवाली से 2 दिन पहले धनतेरस के त्योहार मनाया जाता है।ये दिन कुबेर जी का माना जाता है जो आपकी पैसों की तिजोरी पर अपना आशीर्वाद बनाये रखते है।इस वर्ष 17 अक्टूबर को धनतेरस मनाई जाएगी।इस बार की धनतेरस बहुत ही ख़ास है क्यूंकि अबकी बार 17 साल बाद धनतेरस पर शुभ योग बन रहे है।यदि आप इन योगों को ध्यान से पड़ लेते है
तो आपका जीवन खुश हाल हो सकता है।
धनतेरस बहुत ही शुभ दिन होता है इस दिन पैसों का लेन देन बहुत ही शुभ होता है।शास्त्रो के अनुसार इस दिन चांदी के बर्तन खरीदना बहुत अच्छा माना जाता है।दीवाली के लिए लष्मी गणेश की प्रतिमा खरीदने के लिए ये एक पावन दिन होता है।इस बार धनतेरस पर 5 शुभ योग बन रहे है इस बार धनतेरस पर मंगलवार है और इसी वजह से आपके द्वारा करा हुआ कोई भी काम अवश्य ही पूर्ण होगा।
जानिए धनतेरस पर बन रहे 5 शुभ योग:
चंद्रमा-मंगल की कन्या राशि मे समर्पित होने की वजह से इस बार धनतेरस पर लष्मी योग बनेगा।इस योग से लष्मी का वास होगा और पैसों में बरकत भी रहेगी।
सूर्य और बुद्ध भी कन्या राशि मे ही समर्पित होंगे इस वजह से बूद्धतिय योग बनेगा।इस योग से आपके बिगड़े हुए काम पूर्ण होने को तरफ बढ़ने लगेंगे।
इस दिन रात में सूर्य का राशि परिवर्तन होने से तुला सक्रांति का योग भी धनतेरस वाले दिन बनेगा।इस योग की वजह से आपका काम मे मन लगेगा और आपको सफलता मिलेगी।
इस दिन सूर्योदय होते ही एक उत्तम योग बनेगा जिसे को सवोर्थ सिद्ध योग बनेगा इस योग में किया गया काम पूर्ण होते है।
इस दिन शाम को प्रदोष रहेगा इस काल मे पूजा करने से सारे दोष दूर हो जाते है।इस काल मे अवश्य ही पूजा करे क्यूंकि हर इंसान द्वारा दोष होते है और ये आपके दोष अवश्य दूर करेगा।
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