देवी मां के इस चमत्कारिक मंदिर में मूर्तियां आपस में करती हैं बात, हर मनोकामना होती है पूर्ण
हमारा देश चमत्कारों का देश माना जाता है, हमारे देश में ऐसे बहुत से चमत्कारिक मंदिर है जिनका चमत्कार देखने के लिए लोग देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आते हैं, वैसे इन मंदिरों में मौजूद प्रतिमा पत्थर की होती है परंतु यह पत्थर की मूरत साक्षात देवी देवताओं का रूप माना जाता है, और इन प्रतिमाओं से बहुत सी कहानियां जुड़ी हुई है, आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं जहां पर इस मंदिर की मूर्ति से आवाज आती है, शायद आप लोग इस बात को सुनने के बाद थोड़े आश्चर्यचकित अवश्य हो गए होंगे और आप लोगों में से कई लोग इस बात पर विश्वास भी नहीं कर रहे होंगे, परंतु जो जानकारी हम आपको दे रहे हैं यह बिल्कुल सत्य है दरअसल, देवी मां का एक ऐसा मंदिर है जहां पर मूर्ति तो पत्थर की है परंतु उसमें से आवाज आती है सच मायने में देखा जाए तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं है।
हम आपको देवी मां के जिस चमत्कारिक मंदिर के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह मंदिर बिहार के बक्सर में स्थित है, चाहे हम कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन देवी देवताओं के अस्तित्व और उनकी शक्तियों को नकार नहीं सकते, बक्सर में स्थित यह देवी मां का एक ऐसा अद्भुत मंदिर है जहां पर जब भक्त प्रवेश करते हैं तब उनको दुर्गा की शक्तियों का आभास होने लगता है, इस मंदिर के अंदर ऐसा प्रतीत होता है कि माता रानी आपके आस-पास ही मौजूद है, और इस मंदिर के अंदर मूर्तियां आपस में बात भी करती है, आखिर इस मंदिर के पीछे क्या रहस्य छुपा हुआ है? इसकी वजह जानने के लिए वैज्ञानिक भी यहां पर आए थे, परंतु वह इसका रहस्य जानने में नाकामयाब साबित रहे।
देवी माता के इस प्रसिद्ध और चमत्कारिक मंदिर को राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर के नाम से जाना जाता है, यह मंदिर तंत्र साधना के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर में साधना करने वाले हर साधकों की हर इच्छाएं पूरी होती है, देर रात तक साधक इस मंदिर के अंदर साधना में लीन रहते हैं, मंदिर में प्रधान देवी राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी है इसके अलावा इस मंदिर के अंदर 10 महाविद्याओं की मूर्तियां भी स्थापित है, 10 महाविद्याओं के अलावा मां बगलामुखी, दत्तात्रेय भैरव, बटुक भैरव, अन्नपूर्णा भैरव, काल भैरव और मातंगी भैरव की प्रतिमा भी मौजूद है।
इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर की स्थापना भवानी मिश्र नामक तांत्रिक ने करीब 400 वर्ष पहले की थी, उसके पश्चात से ही मंदिर की पूजा आरती का सारा भार तांत्रिक के परिवार के सदस्य संभालने लगे थे, इस मंदिर के अंदर माता की प्राण प्रतिष्ठा तंत्र साधना से ही की गई है, इस मंदिर के प्रति तांत्रिकों की अटूट आस्था देखने को मिलती है, इस मंदिर की सबसे अनोखी बात यह है कि इस मंदिर के अंदर जो मूर्तियां स्थापित है वह बोलती है, जो लोग आधी रात को इस मंदिर के पास से गुजरते हैं उनको इन मूर्तियों की आवाज स्पष्ट सुनाई देती है, वैज्ञानिकों का भी ऐसा कहना है कि यह कोई वहम नहीं है, इस मंदिर के अंदर आवाज गूंजती रहती है, वैज्ञानिकों ने भी इस विषय में अध्ययन किया था परंतु उनको कोई जानकारी हासिल नहीं हो पाई थी।