कुंडली छोड़िए और शादी के पहले कपल्स का कराइए ये 5 मेडिकल टेस्ट
हिंदू धर्म में शादी के पहले कुंडली मिलाई जाती है, जिसके मिलने के बाद ही शादी के प्रावधान को आगे बढ़ाया जाता है. इस दौरान देखा जाता है कि लड़का-लड़की के कितने गुण आपस में मिल रहे हैं मगर जो सबसे ज्यादा जरूरी होता है उसे मिलाना भूल जाते हैं. हम बात उनकी कर रहे हैं जिनकी शादी होने वाली हो और उनका चेकअप ना कराया गया हो. आमतौर पर लोग हैरान ही होंगे कि शादी के पहले कपल्स का चेकअप कराने की क्या जरूरत है ?
शादी के पहले कपल्स का चेकअप
आजकल लोग करियर बनाने की होड़ में लेट शादी करते हैं जिससे आगे चलकर उन्हें बहुत सी समस्याएं होती हैं इसलिए अगर किसी की शादी लेट हो रही है तो उन्हें कुछ जरूरी मेडिकल टेस्ट करवा लेने चाहिए..
1. जेनेटिक टेस्ट
शादी के पहले पार्टनर को जेनेटिक टेस्ट करवा लेना चाहिए. इससे ये पता चल जाता है कि होने वाले पार्टनर को कोई आनुवंशिक बीमारी तो नहीं है. अगर टेस्ट में किसी बीमारी का पता चल जाता है तो समय रहते उसका इलाज संभव हो जाता है.
2. ओवरी टेस्ट
लेट शादी के चक्कर में महिलाओं में प्रेग्नेंसी के चांस कम हो जाते हैं. जिसके लिए उन्हें शादी के पहले ओवरी टेस्ट करवा लेना चाहिए जिससे उनकी शादीशुदा जिंदगी में कोई बुरी नजर ना लगे. इस टेस्ट के जरिए उस महिला के मां बनने की क्षमता का भी पता चल जाएगा.
3. एसटिडी टेस्ट
शादी करने वाले पार्टनर को एसटिडी टेस्ट भी जरूर करवा लेनी चाहिए. इस टेस्ट के होने से शादी के बाद बनने वाले शारीरिक संबंध में दोनों में से कोई भी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज का शिकार ना हो सके क्योंकि अगर किसी एक को ये बीमारी होगी तो दूसरे को भी हो सकती है.
4. इनफर्टिलिटी स्क्रीनिंक
शादी के बाद अगर कोई महिला प्रेग्नेंट नहीं होती तो उसका दोष महिला को ही दिया जाता है. जबकि प्रेग्नेंसी पति-पत्नी दोनों पर निर्भर करती है. इसलिए शादी करने से पहले दोनों को इनफर्टिलिटी स्क्रीनिंग टेस्ट जरुर करवा लेना चाहिए.
5. ब्लड डिसऑर्डर टेस्ट
शादी के पहले महिलाओं को ब्लड डिसऑर्डर टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए क्योंकि इससे ब्लड हीमोग्लोबीन या थैलेसीमिया का पता चल जाता है. क्योंकि अगर आप इससे ग्रसित होंगी तो इसका सीधा असर सीधा आपके बच्चे और शादी-शुदा जिंदगी पर पड़ सकता है.