साल में एक बार खिलता है ब्रह्मकमल, इसकी खेती कर बन सकते हैं लखपति, जानें तरीका
वैसे तो दुनिया भर में अलग-अलग तरह की कई किस्मों के फूल होते हैं जो दिखने में न सिर्फ खूबसूरत होते हैं बल्कि उनकी खुशबू भी लोगों को मनमोहित कर लेती है। लेकिन रात में खेलने वाला ब्रह्मा कमल फूल सिर्फ खूबसूरत ही नहीं बल्कि इसको लेकर कई तरह की बातें की जाती है। वहीं इसे देवी शक्ति भी माना गया है।
इतना ही नहीं बल्कि ब्रह्मा कमल दुनिया का एक ऐसा फूल है जिसकी पूजा की जाती है। वही मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस ब्रह्मा कमल के एक फूल की कीमत करीब 500 से 1000 रुपए तक की होती है। यदि कोई इसकी खेती करें तो अच्छी खासी रकम कमा सकता है। तो आइए जानते हैं ब्रह्मा कमल फूल की विशेषता और ऐसे खेती करने का तरीका क्या है।
कहां मिलते हैं ब्रह्मा कमल फूल
सबसे पहले तो हम आपको यह बता दे कि ब्रह्माकमल फूल ‘कमल’ की ही एक किस्म है। जो ज्यादातर भारत में हिमाचल, हिमालय और उत्तराखंड में पाए जाते हैं। इसके अलावा ब्रह्मा कमल को बर्मा और चीन के कुछ पहाड़ी इलाके पर भी देखा गया है। बता दे ब्रह्मा कमल फूल को कुछ खास स्थानों पर ही देखा जाता है। इसके अलावा यह करीब 4500 मीटर की ऊंचाई पर ही खिलता है।
बता दे ब्रह्मा कमल को ब्रह्मा देव का प्रिय फूल भी माना गया है। कहा जाता है कि दुनिया की रचना ब्रह्मा ने ही की है और यह फूल उनका आसन है। बता दे ब्रह्मा कमल के बारे में महाभारत और रामायण में भी बताया गया है। कहते हैं जब रामायण में लक्ष्मण जी बेहोश हो जाते हैं और ठीक होने के बाद स्वर्ग से देवी देवता जो फूल बरसाते हैं वे ब्रह्म कमल के फूल होते हैं। मान्यता है कि ब्रह्मा कमल के फूल के दर्शन मात्र से व्यक्ति की मनोकामना पूरी हो जाती है।
#WATCH Uttarakhand: Brahma Kamal flowers begin blooming in Rudraprayag. pic.twitter.com/dLLcyVweEe
— ANI (@ANI) October 10, 2020
कैसे की जाती है इसकी खेती
ब्रह्मा कमल के फूल से आप अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं। एक रिपोर्ट की मानें तो इस फूल की कीमत 500 से ₹1000 तक होती है। यह फूल पानी में नहीं खिलते बल्कि रात में खिलते हैं और सुबह होने तक इनकी पंखुड़ियां वापस मुरझा जाती है। इनके खिलने का समय केवल जुलाई से सितंबर के बीच है।
वहीं इसकी खेती करने के लिए आपको पहले मिट्टी और गोबर की खाद को अच्छी तरह मिलाना चाहिए। इसके बाद ब्रह्मा कमल की पत्तियों को 3 से 4 इंच की गहराई में रोपा जाता है। यदि आप इसकी बुवाई गमले में करते हैं तो आपको इसमें थोड़ा पानी देना होगा। रुपाई के बाद आप ब्रह्मा कमल के पौधे को ऐसी जगह रखें जहां इस पर सूरज की रोशनी पड़ती हो। जैसे यह पौधा बड़ा होता जाता है आपको इसमें हर रोज थोड़ा थोड़ा पानी डालना पड़ेगा ताकि मिट्टी सूखे ना।
बीमारियां से छुटकारा दिलाता हैं ब्रह्मा कमल
बता दें, इस ब्रह्मा कमल को घर में रखने से सुख-समृद्धि आती है और यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। रिपोर्ट की मानें तो इस फूल से जननांगों की बीमारी, यौन रोगों का इलाज और लिवर संक्रमण जैसी बिमारियों का इलाज हो सकता है। इसके अलावा किसी को हड्डियों में दर्द हो तो उसे भी राहत में ली जा सकती है। किसी तरह के घाव को भरने के लिए उत्तराखंड के लोग भी इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा कहा गया कि, इस फूल से निकलने वाले पानी को पीने से थकान मिट जाती है और पुरानी खांसी भी काबू हो जाती है।