आँख से लेकर किडनी-लीवर तक सबकुछ दान करेंगे ये 7 सितारें, जाने अंगदान के फायदें
जरूरतमंदों की मदद करना एक अच्छी बात होती हैं. हम में से कई लोग अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार दूसरों की सहयता भी करते हैं. इस मामले में बॉलीवुड के सितारें भी पीछे नहीं हैं. फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे कलाकार हैं जो अपनी कमाई का कुछ हिस्सा चैरिटी में दान कर देते हैं. लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो पैसो से भी नहीं तोली जा सकती हैं. मसलन अंगदान एक ऐसा दान हैं जिसे करने का जिगर हर किसी के पास नहीं होता हैं. यदि आपको अंगदान का कांसेप्ट नहीं पता तो बता दे कि इसके अंतर्गत आप लिखित में ये प्रण लेते हैं कि अपनी मृत्यु के पहचात अपने शरीर का कोई विशेष अंग दान में दे देंगे. बाद में आपके दान किये गए अंग को किसी जरूरतमंद मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित कर दिया जाता हैं.
प्रियंका चोपड़ा:
अंगदान की वेल्यु प्रियंका से बेहतर कोई नहीं समझ सकता हैं. दरअसल प्रियंका के पापा की मृत्यु भी इसी वजह से हुई थी. ऐसे में सेना के एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने प्रण लिया था कि वे मरने के बाद अपने सभी अंगो का दान करेगी. उनके इस फैसले की सभी ने काफी सरहाना की थी.
सोनाक्षी सिन्हा:
नेत्रहीनता से हर साल कई लाख लोग प्रभावित होते हैं. ऐसे में इन लोगो को आँखें दान कर आप उनकी जिन्दगी में रौशनी फैला सकते हैं. सोनाक्षी सिन्हा ने भी इसी सोच के बाद मरणोपरांत नेत्रदान करने का वचन लिया हैं. वे आई डोनेशन को प्रमोट करने का काम भी करती हैं.
आमिर खान:
आमिर खान ने जब अंगदान से संबंधित ‘शिप ऑफ थीसियस’ फिल्म देखी थी तो वो इससे इतने अधिक प्रभावित हुए थे कि उन्होंने अपने शरीर के सभी अंग जैसे किडनी, आंखे, हृदय, लीवर इत्यादि दान करने का मन बना लिया.
ऐश्वर्या राय बच्चन:
विश्व सुंदरी रह चुकी ऐश्वर्या राय बच्चन अपनी सुंदरता और खुबसुरत आँखों के लिए जानी जाती हैं. आई बैक असोसिएशन के साथ जुड़ ऐश्वर्या ने मृत्यु के बाद अपनी आँखें दान करने का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया हैं. ये बात साबित करती हैं कि वे बाहर के साथ साथ अंदर से भी खुबसुरत हैं.
रानी मुखर्जी:
ऐश्वर्या की तरह ही रान मुखर्जी ने भी अपनी आँखें दान करने का मन बनाया हैं. रानी का कहना हैं कि उन्हें इस बात की ख़ुशी हैं कि उनके मरने के बाद भी वो किसी की सहयता कर पाएंगी.
आर. माधवन:
रहना हैं तेरे दिल में, रंग दे बसंती और 3 इडियट्स जैसी फ़िल्में करने वाले आर. माधवन मरने के बाद अपने आँखें, लीवर, किडनी और दिल का दान करना चाहते हैं.
नंदिता दास:
अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाली नंदिता दास का भी यही मानना हैं कि यदि आप मरने के बाद भी जिंदा रहना चाहते हैं तो अंगदान से बढ़कर कुछ नहीं हैं. इसलिए उन्होंने भी इसे करने का फैसला लिया हैं.
हमें उम्मीद है कि बॉलीवुड सितारों की इस अच्छी सोच को देख कई आम नागरिक भी अंगदान करने के लिए प्रेरित होंगे. आपकी मृत्यु के बाद तो वैसे भी आपका शरीर व्यर्थ हो जाता हैं. उसे जला या दफना दिया जाता हैं. ऐसे में यदि दुनियां से जाते जाते आप किसी और के काम आ सके तो इससे अच्छी बात भला क्या होगी.