गोलगप्पे खाने के शौक़ीन हैं तो जान लें इसके फ़ायदे, इससे ठीक हो सकती हैं ये बीमारियाँ
शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिसे गोलगप्पे खाना पसंद नहीं होगा। आप देश के किसी भी शहर में चले जाइए आपको कुछ दिखे ना दिखे, लेकिन गोलगप्पे ज़रूर दिख जाएँगे। हर जगह इनका नाम और इनका स्वाद अलग-अलग होता है। इसकी वजह वहाँ के पानी का अलग स्वाद और उसे बनाने का तरीक़ा भी हो सकता है। कुछ लोग गोलगप्पे के इतने ज़्यादा शौक़ीन होते हैं कि उन्हें पता होता है कि शहर में किस जगह, किस गली में सबसे अच्छे गोलगप्पे मिलते हैं।
छोटी-मोटी बीमारियों को गोलगप्पे खाकर करें दूर:
लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोलगप्पे केवल स्वादिष्ट ही नहीं होते हैं ये कई बीमारियों को भी दूर कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कई ऐसी छोटी-मोटी बीमारियाँ हैं, जिनमें गोलगप्पे खाने से फ़ायदा होता है। इसके लिए यह भी सबसे ज़रूरी होता है कि गोलगप्पे कैसे बनाए गए हैं और उनमें क्या-क्या चीज़ें मिलायी गयी हैं। आज हम आपको बताएँगे कि गोलगप्पे खाकर आप किन बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।
गोलगप्पे खाने से दूर होती हैं ये बीमारियाँ:
*- मुँह के छाले:
कई बार ऐसा होता है कि किसी वजह से मुँह में छाले हो जाते हैं। मुँह के ये छाले बहुत ज़्यादा दर्द देते हैं। कुछ भी खाने पर मुँह में बहुत ज़्यादा जलन होती है। अगर आपके मुँह में भी छाले हो गए हैं तो एक प्लेट गोलगप्पे खा लीजिए। आपको बता दें गोलगप्पे का पानी तीखा होता है और तीखा खाने से मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं। हालाँकि कई बार ज़्यादा गोलगप्पे खाने से परेशानी भी बढ़ जाती है।
*- एसिडिटी और गैस से मुक्ति:
गोलगप्पे के मसाले में पानी और पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि पुदीना हाज़मे का काम करता है। ऐसे में अगर एसिडिटी या गैस बनता है तो गोलगप्पे खा लिए जाएँ तो गैस से राहत मिल जाती है। लेकिन ज़्यादा मात्रा में गोलगप्पे खाना सेहत को नुक़सान भी पहुँचा सकता है।
*- मूड अच्छा करने के लिए:
अगर आपका मूड अच्छा नहीं है और आपको कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है तो आप अपना मूड ठीक करने के लिए गोलगप्पे खा सकते हैं। इससे ना केवल आपकी थकान मिट जाएगी बल्कि आप तरो-ताज़ा महसूस करेंगे।
*- वज़न घटाता है गोलगप्पा:
अक्सर यह कहा जाता है कि जो लोग ज़्यादा खाना खाते हैं, उन लोगों के पेट बाहर निकल जाते हैं। लेकिन गोलगप्पों के साथ ऐसा नहीं है। अगर गोलगप्पों को सही तरह से बनाया जाए तो इससे वज़न भी कम होता है। गोलगप्पे के पानी में अगर मीठा ना डाले जाएँ, इसकी जगह केवल पुदीना, हींग, नींबू और कच्चा आम मिला हो तो इससे मोटापा नहीं बढ़ता है। इसके साथ गोलगप्पे मैदे की जगह आटे का बना हुआ खाएँ। लेकिन यह ध्यान में रखें की वर्कआउट करने से पहले या बाद में गोलगप्पे ना खाएँ।
गोलगप्पे खाने से पहले यह ध्यान रखें कि जहाँ आपको भरोसा हो वहीं खाएँ। किसी भी ऐसी जगह से ना खा लें, जहाँ हाईजीन का ध्यान नहीं रखा जाता हो। इसके अलावा मानसून में गोलगप्पे खाने से बचना चाहिए। मानसून में पानी में कई तरह के कीड़े पनपने लगते हैं। इससे आप पीलिया या टाइफ़ाइड जैसी बीमारियों की गिरफ़्त में आ सकते हैं।