पितर नाराज होते हैं तो मिलते हैं यह 6 संकेत, आप को भी दिखे तो हो जाएँ सावधान
सनातन धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व बताया गया है. पितरों को समर्पित पितृ पक्ष के दौरान निमित्त पिंडदान, तर्पण, धर्म-कर्म और दान आदि कार्य किए जाते है. इससे पितरों की आत्मा को तृप्ति मिलती है. लेकिन क्या आप जानते है कि पितर हमसे नाराज भी हो जाते है.
दैनिक जीवन में हमे कई तरह के संकेत मिलते है. इनमें कई संकेत ऐसे रहते है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आपसे आपके पितर नाराज है. तो आज हम आपको 6 ऐसे ही संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं.
संतान सुख से वंचित
कई लोगों को विवाह का सुख तो मिलता है हालांकि वे संतान सुख से वंचित रह जाते हैं. संतान के सुख से वंचित लोगों से उनके पितर नाराज बताए जाते है. जब पितर ही आपसे नाराज होंगे तो आपको संतान सुख में बाधा उत्पन्न होती है.
हर काम में पैदा होती है अड़चन
कई लोगों को उनके हर काम में अड़चन आती है. कई लोगों का हर काम कभी न कभी किसी न किसी अड़चन में उलझकर रह जाता है. यह भी एक बड़ा संकेत है कि आपके पितर आपसे नाराज है और आपको इस पर जरूर ध्यान देना चाहिए.
परिवार में किसी न किसी सदस्य का बीमार रहना
पहला सुख हमारे निरोगी शरीर को कहा गया है. निरोगी शरीर आज हर कोई चाहता है. हालांकि हर किसी के साथ ऐसा नहीं होता है. कई परिवारों में अक्सर कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है. यह भी एक संकेत है कि आपके पितर आपसे रुठे हुए है.
परिवार में बने रहता है क्लेश
कई परिवारों में अक्सर लड़ाई झगडे होते रहते है. परिवार के लोगों के एक दूसरे से मधुर संबंध नहीं रहते हैं. उनके बीच हमेशा मनमुटाव बने रहता है. गृह क्लेश एक अशुभ संकेत है. जब पितर नाराज होते है तो घर में इस तरह की स्थिति बनती है.
नौकरी-व्यापार में तरक्की नहीं मिलना
नौकरी करने वाले और व्यापार करने वाले लोगों को जब अपने कार्य क्षेत्र में फायदा नहीं होता है तो उन्हें समझ जाना चाहिए कि उनके भी पितर उनसे नाराज चल रहे हैं. नौकरी और व्यापार में तरक्की न मिलने का सीधा सा संकेत है आपके पितर आपसे रुठे हुए है.
शादी-ब्याह में देरी
कई लोगों की शादी की बात के समय हर बार अड़चन आती है. जब शादी के लिए रिश्ते देखे जाते है तो कई बार बात पूरी होने के बाद भी एन मौके पर किसी न किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हो जाती है. शादी-ब्याह में रुकावट या देरी भी पितरों के नाराज होने का एक अहम संकेत है.