नंगे पैर शनि मंदिर जाकर करे ये काम, मुसीबत छू भी नहीं पाएगी
मुसीबत कब, कैसे, कहाँ और किस रूप में आ जाए कुछ कह नहीं सकते हैं. लाइफ में कई बार हमें मुसीबतों का सामना करना ही पड़ता हैं. बस अंतर ये होता हैं कि किसी के जीवन में ये मुसीबत बड़े रूप में आती हैं तो कोई छोटी मोटी समस्याओं को ही झेलता हैं. ये पूरी तरह आपके भाग्य या दुर्भाग्य पर निर्भर करता हैं. यदि आपकी किस्मत ही बुरी हो तो परेशानी जाने का नाम ही नहीं लेती हैं. यदि आपके साथ भी अक्सर ऐसा ही कुछ होता हैं तो टेंशन ना ले. आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जिसे आजमाने के बाद दुर्भाग्य और परेशानी से आपको जल्दी छुटकारा मिल जाएगा. हमारा ये उपाय शनिदेव से संबंधित है. शनिदेव को लोगो के कष्ट दूर करने के लिए जाना जाता हैं. ये आपके ऊपर चल रहे ग्रहों के बुरे प्रभाव को ठीक करने की क्षमता रखते हैं.
इसके पहले कि आप ये उपाय करे हम आपको पहले ही बता दे कि ये थोड़ा कठिन और कष्टदायक उपाय हैं. यदि आप इसे पूर्ण रूप से करने की क्षमता रखते हैं तो ही करे अन्याथा आप इसे ट्रॉय ना करे. इस उपाय को आपको शनिवार के दिन करना हैं. इस दिन सुबह उठ स्नान कर ले और पानी के अतिरिक्त कुछ भी ना खाए या पिए. अब अपने शरीर पर काले रंग के वस्त्र धारण कर ले. इसके बाद तेल के दो दीपक प्रज्वलित करे. इन दोनों दीपक को अपने हाथ में एक – एक कर उठा ले. इसके बाद शनिदेव का ध्यान करते हुए और इन दीपकों को हाथ में लिए शनिमंदिर का रूख करे. शनि मंदिर आपको पैदल और नंगे पैर ही जाना हैं. यहां दीपक यदि आपको हथेली पर गर्म लगे तो आप उसे दो अलग अलग प्लेट्स में भी रख सकते हैं.
नंगे पैर इन जलते हुए दीपकों को लेकर जब आप शनि मंदिर पहुँच जाए तो दोनों में से एक दीपक शनिदेव के चरणों के समीप रख दे. अब एक दीपक से शनिदेव की आरती करे. इस आरती के समाप्त हो जाने के बाद आप शनिदेव को अपने जीवन की समस्यां से अवगत करवा सकते हैं. अब दुसरे दीपक को भी शनिदेव के पास रख दे. इसके बाद दोनों हाथ जोड़ते हुए शनिदेव के सामने पूर्ण रूप से जमीन पर लेट उन्हें ढोक दे नमन करे. इसके बाद कुछ देर शनि मंदिर में ही बैठ जाए. इस दौरान आप अपनी सभी चिंताएं और मुसीबतों को दूर करने की कल्पना करे. अपने दिमाग को रिलेक्स करे और टेंशन को भूल जाए. धीरे धीरे सब कुछ शनिदेव के ऊपर छोड़ दे. जब आपका मन हल्का हो जाए तो आप घर की और प्रस्थान करे.
इस उपाय में यदि आवश्यकता हो तो आप अपने साथ किसी अन्य व्यक्ति को भी ले जा सकते हैं. इस तरह आप इस उपाय को और भी सुरक्षित रूप से कर पाएंगे. एक बात का ध्यान रहे कि आपकी मुसीबत का समाधान हो जाने के बाद मंदिर में आकर शनिदेव को धन्यवाद करना ना भूले. उस दौरान आप नार्मल तरीके से आ सकते हैं और अपनी मर्जी से मंदिर में कुछ चढ़ावा भी दे सकते हैं.