अग्निपथ योजना: हिंसा और विरोध प्रदर्शन पर आया सेना प्रमुख का बड़ा बयान, किए कई खुलासे
‘अग्निपथ योजना’ इस समय देश की सोशल और टीवी-प्रिन्ट मीडिया पर हॉट टॉपिक बनी हुई है। केंद्र सरकार द्वारा 14 जून को इसका ऐलान किया गया था। हालांकि इसके ऐलान के बाद से ही देश कई कई राज्यों जैसे यूपी, हरियाणा, एमपी, राजस्थान और बिहार इत्यादि में युवाओं द्वारा हिंसक प्रदर्शन होने लगा। इस बीच ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे का अहम बयान सामने आया है।
अग्निपथ योजना पर आया सेना प्रमुख का बयान
केंद्र सरकार ने अभी सिर्फ इस योजना का ऐलान किया है। इसे शुरू करने की तारीख नहीं बताई है। हालांकि सेना प्रमुख ने इस बात का खुलासा किया कि देश का पहला अग्निवीर कब तक भर्ती हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों के अंदर भारतीय सेना की वेबसाइट http://joinindianarmy.nic.in पर भर्ती से संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
सेना प्रमुख मनोज पांडे ने आगे कहा कि अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग इस साल दिसंबर (2022) में स्टार्ट हो जाएगी। वहीं सक्रिय सेवा अगले साल यानि 2023 के मध्य तक शुरू हो जाएगी। तब तक तीनों सेनाओं में अग्निवीरों की ऑपरेशन और नॉन-ऑपरेशनल तैनाती हो जाएगी। इस मामले में जल्द ही सेना भर्ती संगठन पंजीकरण और रैली के शेड्यूल की घोषणा करेंगे।
विरोध प्रदर्शन पर कही ये बात
जब सेना प्रमुख से देशभर में चल रहे ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने कहा ‘अभी युवाओं को इस योजना की पूर्ण जानकारी नहीं है। जब वह इसका हिस्सा बन जाएंगे तो उन्हें सारी बात समझ आ जाएगी। फिर वह इसका विरोध नहीं करेंगे।’
उधर नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बताया कि अग्निवीरों की ट्रेनिंग 22 हफ्तों तक चलेगी। इसके बाद चार महीने की एक और कड़ी ट्रेनिंग होगी। तब जाकर हमारे युवक अग्निवीर बन सकेंगे और देश की सेवा कर सकेंगे।
अब 23 वर्ष होगी सेना में भर्ती की अधिकतम उम्र
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते बीते दो वर्षों से सेना में कोई भर्ती नहीं हुई है। ऐसे में इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने अब ‘अग्निपथ योजना’ का हिस्सा बनने के लिए जवानों की अधिकतम उम्र को दो साल बड़ा 23 कर दिया है। इसके पहले ये उम्र 17.5 से 21 वर्ष थी।
इसके अलावा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हिंसा कर रहे युवकों को शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने सलाह दी कि युवाओं को विरोध प्रदर्शन छोड़कर सेना में भर्ती की तैयारी करनी चाहिए। अभी तक कोरोना की वजह से भर्ती रुकी हुई थी। अब ये युवाओं के लिए बेहतरीन अवसर है।