संजय गांधी की करीबी थीं सैफ अली खान की एक्स सास रुखसाना, देखिए इनकी अनदेखी तस्वीरें
बॉलीवुड में बहुत से ऐसे सितारे हैं जिनका राजनीति से ताल्लुख रखने वाले परिवारों से नाता है. ऐसा आज से नहीं बल्कि बहुत समय पहले से होता आ रहा है और यहां हम संजय गांधी और रुखसाना की बात करने जा रहे हैं. 80 के दशक में रुखसाना राजनीति में काफी सक्रिय रही हैं और इनका संबंध बॉलीवुड से भी खूब रहा है इनकी बेटी अमृता सिंह ने भी बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया और सफल रहीं. संजय गांधी की करीबी थीं सैफ अली खान की एक्स सास रुखसाना, कुछ ऐसा जलवा रहा है उस दौर में इनका, जानिए इनसे जुड़ी कुछ खास बातें.
संजय गांधी की करीबी थीं सैफ अली खान की एक्स सास रुखसाना
पटौदी खानदान से ताल्लुक रखने वाले एक्टर सैफ अली खान की पूर्व सास और अमृता सिंह की मां का रिश्ता भी बड़े खानदान से रहा है। अमृता सिंह की मां रुखसाना सुल्ताना ने मशहूर लेखक खुशवंत सिंह के भतीजे शविंदर सिंह से शादी की थी, हालांकि इनकी ये शादी ज्यादा समय तक नहीं चली और दोनों ने तलाक ले लिया था. रुखसाना और शविंदर की बेटी हैं को एक्टिंग का बहुत शौक था और उन्होंने साल 1983 में आई सुपरहिट फिल्म बेताब से अपने करियर की शुरुआत की थी. कुछ दिनों से रुखसाना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं इसके पीछे की वजह कुछ खास है. 25 जून 1975 को देश में इंदिरा गांधी सरकार ने आपातकाल की घोषणा की थी और उस दौरान उनके बेटे संजय गांधी की करीबी रहीं रुखसाना की ताकत और भी बढ़ गई थी. इस बात का जिक्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रशीद किदवई ने अपनी किताब ’24 अकबर रोड’ में किया. किताब के मुताबिक, रुखसाना संजय गांधी के साथ मिलकर काम कर रही थीं और समाजसेविका के तौर पर पहचानी जाती थीं. रुखसाना को संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी, इंदिरा गांधी और यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष अंबिका सहित दूसरे लोग बिल्कुल भी पसंद नहीं करते थे. तलाक के बाद रुखसाना ने दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में एक ज्वैलरी बुटीक खोली थी और एक दिन संजय गांधी उनके बुटीक में पहुंचे. बस ये सिलसिला यहीं से शुरु हो गया था.
संजय के साथ मेलजोल से रुखसाना खुद हैरान थीं और ऐसा कहा जाता है कि इनकी अक्सर मुलाकात हुआ करती थी. जब दूसरी बार रुखसाना संजय गांधी से मिलीं तो उन्होंने बताया कि वो उनके भाषणों और लीडरशिप क्वालिटी से वे काफी प्रेरित हो गई हैं. संजय गांधी ने रुखसाना को आपातकाल के दौरान पुरानी दिल्ली के मुसलमानों को नसबंदी करवाने की जिम्मेदारी दी थी और उस दौरान नसबंदी से लोग इतना डर गए थे कि रुखसाना का उनके मन में खौफ सा बैठ गया था. संजय गांधी का मानना था कि नसबंदी से जनसंख्या को रोका जा सकता है और देश के विकास में यह बहुत जरूरी साबित होगा. आपातकाल के दौरान युवाओं से लेकर बुजर्गों को जबरदस्ती नसबंदी कर दी जाती थी और इस वजह से रुखसाना को देखते ही लोग डर जाते थे. आपातकाल के बाद जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तब जाकर रुखसाना की ताकत खत्म हुई और वो खबरों से भी दूर हो गई थीं. दिल्ली के जामा मस्जिद में रुखसाना जाती थीं तो वो परफ्यूम से लैस, गुलाबी रंग का चश्मा, सिल्क साड़ी और लो-कट चोली पहनकर वहां पहुंचती थीं और पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए ध्यान आकर्षित करने के लिए काफी होता था. एक बार उन्होंने कहा था कि ‘ज्वैलरी मेरे व्यक्तित्व का अहम हिस्सा है और मुझे अपने वास्तविक व्यक्तित्व को क्यों त्यागना चाहिए.’
अमृता की सख्त मां थी रुखसाना
उस दौर में ऐसी बातें खूब सुर्खियां बटोरती थीं कि रुखसाना एक सख्त मां हैं और बॉलीवुड में जब उनकी बेटी अमृता सिंह का नाम विनोद खन्ना के साथ जोड़ा गया था तब उन्होंने दोनों के अलग होने का एक फरामन सुनाया था. इतना ही नहीं इसके लिए उन्होंने अपनी ताकत का भी इस्तेमाल किया था. हालांकि बाद में अमृता सिंह और विनोद खन्ना ने अलग होने का फैसला कर लिया फिर सैफ अली खान के साथ प्यार में पड़ गईं. साल 1991 में अमृता सिंह ने सैफ अली खान से शादी की लेकिन साल 2004 में इनका तलाक हो गया था. इन्हें दो बच्चे इब्राहिम अली खान और सारा अली खान हैं.