परिवार संग खेली जमकर होली, फिर हुई बेचैनी, पड़ा दिल का दौरा, इस तरह दुनिया छोड़ गए सतीश कौशिक
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता सतीश कौशिक अब हमारे बीच नहीं रहे। होली के ख़ास मौके पर सतीश कौशिक ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 4 दशक तक बॉलीवुड में सक्रिय रहे सतीश का 66 साल की उम्र में निधन हो गया है।
सतीश कौशिक जैसे बेहतरीन अभिनेता और शानदार व्यक्तित्व के चले जाने से फैंस के बीच मायूसी छा गई है। बॉलीवुड सेलेब्स के बीच भी मातम पसर गया है। बता दें कि सतीश कौशिक का निधन दिल का दौरा पड़ने के चलते 8 मार्च को गुरुग्राम में हुआ। जबकि इससे ठीक एक दिन पहले 7 मार्च को उन्होंने सेलेब्स के साथ होली खेली थी।
एक शानदार अभिनेता होने के साथ ही सतीश कौशिक निर्देशक भी थे। उन्होंने कुछ एक फिल्मों का निर्देशन भी किया था। कौशिक का जन्म हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 13 अप्रैल 1956 को हुआ था। दिल्ली में स्कूल की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अभिनय में करियर बनाने का मन बनाया था और फिर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में दाख़िला ले लिया।
नेशल स्कूल ऑफ ड्रामा में अभिनय की बारीकियां सीखने के बाद सतीश कौशिक ने अपने कदम हिंदी सिनेमा में रखे थे। साल 1983 में उनका बॉलीवुड डेब्यू हुआ था। इस दौरान वे फिल्म ‘मासूम’ में नजर आए थे। इसी साल उनकी एक और फिल्म ‘मंडी’ भी रिलीज हुई थी।
सतीश कौशिक ने मंडी में काम मिलने का एक बड़ा मजेदार किस्सा कॉमेडियन कपिल शर्मा के शो में सुनाया था। उन दिनों अभिनेता को पथरी हो गई थी। उन्होंने इलाज कराया और एक्स रे रिपोर्ट लेकर आ गए। इसी बीच फोन पर उनकी बातचीत श्याम बेनेगल से हुई। अपनी फिल्म में काम देने के लिए श्याम ने उनसे उनकी तस्वीर मांगी।
सतीश को तब उनके लुक को लेकर चिंता सताते रहती थी। उन्होंने कहा कि श्याम बेनेगल ने मुझसे फोन पर फोटो की मांग की लेकिन मेरे पास फोटो नहीं थी और मुझे पता था कि फोटो देखकर तो मेरी कास्टिंग होगी नहीं। फिर श्याम बेनेगल से कौशिक ने कहा कि, मेरे पास अपनी तस्वीरें तो नहीं हैं, लेकिन एक्स-रे रिपोर्ट् है। मैं अंदर से बहुत अच्छा इंसान हूं। सतीश की इस बात ने श्याम का दिल जीत लिया। वे हंस पड़े और सतीश को फिल्म ‘मंडी’ मिल गई।
सतीश ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने 40 साल के करियर में कई शानदार फिल्मों में उन्होंने काम किया। उन्हें ख़ास और बड़ी पहचान अनिल कपूर और श्रीदेवी की फिल्म ‘मिस्टर इंडिया से मिली थी। साल 1987 में आई इस फिल्म में उन्होंने ‘कैलेंडर’ की भूमिका निभाई थे। उनका यह रोल काफी पसंद किया गया था।
अनुपम खेर बोले- 45 साल की दोस्ती पर अचूक पूर्णविराम
सतीश के निधन पर दिग्गज अभिनेता और उनके ख़ास दोस्त अनुम खेर ने गहरा शोक व्यक्त किया है। अनुम ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ”जानता हूँ “मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है!” पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त #SatishKaushik के बारे में लिखूँगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम !! Life will NEVER be the same without you SATISH ! ओम् शांति”।