इस गांव में महिलायें भी नहीं पहनती कपड़ें, पर्यटकों पर भी लागू नियम, जानिए वजह
बदलते समय के अनुसार लोगों की सोच बदलती जा रही है। वर्तमान में लोग रीति रिवाज, पुरानी सोच और परंपराओं से निकलर खुले विचारों के साथ रहना पसंद करते हैं। लेकिन दुनिया में ऐसी भी कई जगह है जहां पर लोग अपनी परंपरा के अनुसार ही रहना पसंद करते हैं। आज तक आपने कई अजीबोगरीब परंपरा के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको बताएंगे एक ऐसे गांव के बारे में जहां पर लोग बिना कपड़ों के रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि बिना कपड़ों के यह लोग घर से निकलते हैं और घूमते फिरते हैं। साथ ही एक दूसरे के साथ एंजॉयमेंट भी करते हैं। तो आइए जानते हैं इस अजीबोगरीब परंपरा और गांव के बारे में..
85 सालों चली आ रही परंपरा
दरअसल, हम बात कर रहे हैं ब्रिटेन के हार्टफोर्डशायर में मौजूद स्पिलप्लैट्ज के बारे में..। यहां पर किसी प्रकार की कोई जनजाति नहीं है और ना ही गरीब लोग है। इनके पास रहने खाने और ऐशों-आराम की सारी सुविधाएं मौजूद है। इतना ही नहीं बल्कि इनके पास अच्छे अच्छे कपड़े खरीदने तक के भी पैसे हैं लेकिन यह बिना कपड़ों के रहना पसंद करते हैं। बता दें, इस गांव को साल 1929 में इसुल्ट रिचर्डसन ने खोजा था।
रिपोर्ट की मानें तो स्पिलप्लैट्ज नाम की जगह पर यह परंपरा करीब 85 सालों से चली आ रही है। यहां पर रहने वाले लोग अनपढ़ और अशिक्षित नहीं बल्कि पढ़े-लिखे और शिक्षित है जो विदेशों में भी रहकर नौकरी कर पैसा कमाते हैं, लेकिन जब भी अपने गांव में आते हैं तो अन्य लोगों की तरह ही रहते हैं।
विदेशियों के लिए भी यही नियम
बता दें, इस गांव में रहने वाले बड़े, बूढें, बच्चे और महिला पूरे दिन बिना कपड़े के रहना पसंद करते हैं। खास बात यह है कि यह लोग एक दूसरे से असहज महसूस भी नहीं होते और खुशी-खुशी अपने कपड़ों का त्याग करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि इस गांव में घूमने आने वाले लोगों के लिए भी यही परंपरा है। यदि यहां पर कोई घूमने आता है तो वह भी अपनी इच्छा के अनुसार अपने कपड़े निकाल सकता है। लेकिन यहां पर सर्दियों में लोग कपड़े अपनी मर्जी से पहन और उतार सकते हैं।
भारत में भी एक ऐसा गांव
आपकी जानकारी के लिए बता दे, ना केवल यह ब्रिटेन का गांव चर्चित है बल्कि भारत में भी एक ऐसा गांव है जहां पर महिलाएं 5 दिन तक कपड़े नहीं पहनती। दरअसल, राज्य हिमाचल प्रदेश की मणिकर्ण घाटी के पीणी गांव में ये अजीबोगरीब परंपरा है। रिपोर्ट के मुताबिक, यहां पर शादीशुदा महिलाएं करीब 5 दिनों तक बिना वस्त्र के रहती है।
यह परंपरा 17 अगस्त से 21 अगस्त के बीच ही चलती है। कहा जाता है कि अगर कोई महिला इन दिनों में कपड़े पहन लेती है तो उसे अशुभ समाचार सुनने को मिलता है या उसके घर में किसी प्रकार की घटना घटित हो जाती है। ऐसे में इस परंपरा को काफी लंबे समय से माना जा रहा है।