जब अपने ही बने लता मंगेशकर की जान के दुश्मन, खाने में दे दिया था जहर, तीन महीने तक बेड पर रहीं
महान और दिग्गज गायिका लता मंगेशकर की आज (6 फरवरी) पहली पुण्यतिथि है. आज ही के दिन ठीक एक साल पहले लता जी करोड़ों आंखों को नम करके इस दुनिया से विदा हो गई थी. लता जी का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 6 फरवरी 2022 को निधन हो गया था.
लता मंगेशकर जी भारत की सबसे लोकप्रिय, पसंदीदा और महान गायिका रही हैं. उनका करियर लगभग 8 दशक लंबा था. उन्होंने कई भाषाओं में हजारों की संख्या में गाने गाये थे. लता जी जैसा न कोई हुआ और न ही कभी कोई होगा. स्वर कोकिला, स्वर साम्राज्ञी, ‘भारत रत्न’ लता जी हमेशा हमारे बीच अपनी मखमली और सुरीली आवाज के चलते जीवित रहेगी.
लता जी का जन्म मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 28 सितंबर 1929 को हुआ था. लता जी ने बहुत छोटी उम्र में ही अपने पिता से संगीत की शिक्षा लेना शुरू कर दिया था. आज लता जी की पहली पुण्यतिथि के मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ा एक बेहद दर्दनाक किस्सा सुनाने जा रहे हैं.
लता मंगेशकर जी का जीवन काफी चर्चाओं में रहा है. उन्होंने कई बेहतरीन गाने गाये और दुनियाभर में नाम कमाया. लता जी की आवाज ही उनकी पहचान है. हालांकि एक समय ऐसा आया जब उन्हें गाना छोड़ना पड़ा. वे बीमार हो चुकी थी. तीन माह तक उन्हें बिस्तर पर रहना पड़ा था. उनके अपने ही उनकी जान के दुश्मन बन गए थे. लता जी को धीमा अजहर देकर मारने की कोशिश की गई थी. आइए आपको विस्तार से बताते है कि आखिर बात क्या है.
जिस किस्से के बारे में हम आपको बता रहे है उसके बारे में खुद लता जी ने अपने एक साक्षात्कार के दौरान बात की थी. लता जी उस वक्त 33 साल की थी. बात है 60 के दशक की. लता जी संगीत की दुनिया में बड़ा और ख़ास नाम कमा चुकी थीं. उस दौरान उनकी मौत की साजिश रची जा रही थी.
बात है साल 1963 की. लता जी ने अपने एक साक्षात्कार में अपने साथ हुई दर्दनाक घटना के बारे में बात करते हुए कहा था कि, मैं बेड से उठ भी नहीं पाती थी और ये सिलसिला तकरीबन तीन महीने तक चला, हालत ये थी कि मैं अपने आपसे चल फिर तक नहीं पाती थी.
लता जी ने बताया था कि उन्हें इस बात की खबर लग चुकी थी कि आखिर उन्हें कौन धीमा जहर देकर मारना चाह रहा था. हालांकि सबूतों के अभाव में लता जी और उनके परिवार ने उस शख्स के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. उस व्यक्ति के खिलाफ लता जी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. हालांकि लता जी को इस घटना ने बुरी तरह तोड़ दिया था.
लता जी ने कहा था कि हमारा परिवार इस बारे में बात नहीं करना चाहता क्योंकि ये मेरी जिंदगी के सबसे दर्दनाक पल थे. इस घटना के चलते लता मंगेशकर लंबे समय तक संगीत से दूर हो गई थी. हालांकि उनकी आवाज पर इसका कोई असर नहीं पड़ा था. उन्होंने कुछ समय बाद वापसी की थी और फिर से गाना शुरु कर दिया था.