जब ब्रिटिश PM ने गांधी को बोले थे अपशब्द, अब उसी देश की बागडोर संभालेंगे भारतीय मूल के ‘ऋषि’
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। बता दें, ऋषि सुनक भारतीय मूल के पहले ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जो ब्रिटेन की सरकार का सबसे बड़ा पद संभालने वाले हैं। जैसे ही ऋषि सुनक के पीएम चुने गए वैसे ही भारत से लेकर ब्रिटेन तक में जश्न का माहौल है। गौरतलब है कि एक समय पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने महात्मा गांधी को अर्धनग्न फकीर बताया था। साथ ही उन्होंने भारतीय नेताओं के लिए भी बहुत ही कमजोर और भूसे के पुतले जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। लेकिन अब भारतीय मूल के ऋषि सुनक वहां पर प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे।
विंस्टन चर्चिल ने भारतियों के लिए कही थी ये बातें
बता दें, विंस्टन चर्चिल ने साल 1940 से 45 तक प्रधानमंत्री का पद संभाला था। वह सेना में अफसर रहने के साथ-साथ एक मशहूर इतिहासकार और कलाकार भी थे। इसके अलावा उन्हें साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार भी मिल चुका था। हालांकि वह भारत से काफी चिढ़ते थे। इतना ही नहीं बल्कि भारत के नेताओं से लेकर हर किसी को कमजोर समझते थे।
एक बार खुद विंस्टन चर्चिल ने कहा था कि, ”अगर भारत को आजाद किया गया तो सत्ता गुंडों और मुफ्तखोरों के हाथ में चली जाएगी। सभी भारतीय नेता बहुत ही कमजोर, भूसे के पुतले जैसे होंगे।” हालांकि समय के करवट बदलते ही विंस्टन चर्चिल को अब करारा जवाब मिला है। जी हाँ.. भारत पर 200 साल तक राज करने वाले अंग्रेजों पर अब भारतीय मूल के ऋषि सुनक प्रधानमंत्री पद के साथ राज करने वाले हैं।
ब्रिटेन में करीब 16 लाख से ज्यादा भारतीय
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों की आबादी 16 लाख से ज्यादा है। वही जब ब्रिटेन भारत पर राज करता था तब 1.44 ब्रिटिश भारत में रहते थे, लेकिन अब समय भारतीयों का है। ऐसे में हर प्रोफेशन में भारतीय ही छाए हुए हैं। बता दें ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनते ही एनआर नारायण मूर्ति ने भी अपना बयान जारी किया है। गौरतलब है कि, एनआर नारायण मूर्ति ऋषि सुनक के ससुर है।
दरअसल इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति की बेटी अक्षिता की शादी ऋषि से हुई है। इन दोनों की पहली मुलाकात स्टैंड फॉर में एमबीए कोर्स के दौरान हुई थी जिसके बाद इन्होंने शादी रचा ली। अब यह दोनों दो बच्चों के माता-पिता है जिसमें दोनों ही बेटियां है जिनका नाम कृष्णा और अनुष्का है। नारायण मूर्ति ने ऋषि सुनक के पीएम बनते ही कहा कि, “ऋषि को बधाई। हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं। हमें विश्वास है कि वह यूनाइटेड किंगडम के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।”
कब चर्चा में आए थे ऋषि सुनक?
बता दें, ऋषि सुनक उस दौरान काफी चर्चा में रहे जब उन्होंने साल 2020 में 13 फरवरी को बोरिस जॉनसन सरकार में कैबिनेट विस्तार में वित्त मंत्री का पद संभाला। इसके बाद उन्होंने साल 2020 मार्च में जॉब रिटेंशन स्कीम की शुरुआत की। इस स्कीम के माध्यम से कंपनी के सभी कर्मचारियों को कुल सैलरी और एंपलॉयर कास्ट का 80 फ़ीसदी हिस्सा सरकार देती थी। इसके माध्यम से एक कर्मचारी को मासिक 2.34 लाख रुपए की मदद मिली थी। इसके अलावा भी 42 वर्षीय सुनक की अब तक सरकार में विभिन्न भूमिकाएं रही हैं।