कभी बस कंडक्टर थे सुनील दत्त, फिर बने सुपरस्टार, नरगिस की जान बचाने के लिए आग में कूद गए थे
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता सुनील दत्त अगर आज जीवित होते तो वे अपना 93वां जन्मदिन मना रहे होते हालांकि आज (6 जून) उनकी 93वीं जयंती है. सुनील दत्त का जन्म 6 जून 1929 को पाकिस्तान के झेलम जिला में हुआ था. सुनील ने कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया था और वे राजनीति में भी सक्रिय रहे.
सुनील दत्त का असली नाम बलराज दत्त था बाद में उन्होंने अपना नाम सुनील दत्त रख लिया. पाकिस्तान में जन्में सुनील दत्त का परिवार बंटवारे के बाद भारत आ गया था. सुनील जब महज पांच साल के थे तब ही उनके पिता का निधन हो गया था. उनकी परवरिश जैसे-तैसे मां कुलवंती देवी ने की.
सुनील दत्त ने मुंबई में जय हिंद कोलेज में पढ़ाई की है. इस दौरान उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ता था. इसी बीच अपना गुजारा करने के लिए सुनील बस कंडक्टर की नौकरी करने लगे. वहीं जब उनकी कॉलेज की पढ़ाई पूरी हो चुकी थी तो उन्होंने बतौर रेडियो जॉकी काम करना शुरू किया.
रेडियो जॉकी बनने के बाद सुनील दत्त ने अभिनय की दुनिया में हाथ आजमाया. साल 1955 में उन्होंने अपने कदम हिंदी सिनेमा में रख दिए थे. उनकी पहली फिल्म थी ‘रेलवे प्लेटफॉर्म’. फिल्म तो बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली लेकिन सुनील दत्त ने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
‘मदर इंडिया’ से मिली ख़ास पहचान…
सुनील दत्त को साल 1957 में आई भारतीय सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्म ‘मदर इंडिया’ से बड़ी और ख़ास पहचान मिली थी. इस फिल्म में सुनील, नरगिस और राजेंद्र कुमार ने अहम रोल निभाया था. फिल्म में नरगिस मां जबकि सुनील और राजनेद्र उनके बेटे के किरदार में नजर आए थे.
बता दें कि चाहे फिल्म में सुनील दत्त और नरगिस मां बेटे की भूमिका में नजर आए हो हालांकि इस फिल्म के दौरान ही दोनों एक दूजे के काफी करीब आ गए थे. बताया जाता है कि सुनील दत्त तो नरगिस को पहले से ही पसंद करते थे जबकि सेट पर हुए एक हादसे के बाद नरगिस भी सुनील दत्त को पसंद करने लगी थी.
दरअसल एक दिन ‘मदर इंडिया’ के सेट पर आग लग गई थी. आग की लपटों में नरगिस घिर गई थी. उन्हें बचाने की कोई हिम्मत नहीं कर पा रहा था. तब ही सुनील दत्त ने आग में छलांग लगा दी और वे नरगिस को सुरक्षित बचा लाए केकिन आग में वे झुलस चुके थे.
आग में झुलसने के चलते वे कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे. इस दौरान उनकी देखभाल के लिए नरगिस भी अस्पताल में मौजूद रही. इसी बीच नरगिस को भी दत्त साहब से प्यार हो गया. फिर दोनों कलाकारों ने साल 1958 में शादी कर ली थी. सुनील और नरगिस शादी के बाद तीन बच्चों संजय दत्त, प्रिया दत्त और नम्रता दत्त के माता-पिता बने थे.