इस घर में बीता धीरुभाई अंबानी का बचपन, देखें अब कैसा दिखता है 100 साल पुराना पुश्तैनी मकान
अंबानी परिवार (Ambani Family) की गिनती देश के सबसे अमीर परिवार में होती है। इस परिवार को ऊंचाइयों तक धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) ले गए थे। इसके बाद उनके दोनों बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी अपने पिता की विरासत को आगे बड़ा रहे हैं। धीरूभाई अंबानी का जन्म गुजरात के चोरवाड़ गांव में 28 दिसंबर 1932 में हुआ था। एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने के बावजूद उन्होंने बहुत नाम और दौलत कमाई।
ये है अंबानी का 100 साल पुराना पुश्तैनी मकान
आज हम आपको अंबानी परिवार का 100 साल पुराना पुश्तैनी मकान दिखाने जा रहे हैं। वर्तमान में इसे धीरूभाई अंबानी मेमोरियल के रूप में जाना जाता है। यहां आपको अंबानी परिवार से जुड़ी कई अहम चीजें देखने को मिल जाती है। यह वही मकान है जहां धीरूभाई अंबानी ने अपना बचपन व्यतीत किया था। वे इसी घर से सिर्फ 500 रुपए लेकर निकले थे। इसके बाद उन्होंने पूरी दुनिया में अपना कारोबार फैला दिया।
धीरूभाई अंबानी ने 1955 में कोकिला बेन से शादी की थी। वे भी इस घर में लगभग 8 साल रही हैं। शादी के बाद धीरूभाई ही उन्हें इस घर में लेकर आए थे। धीरूभाई को कुछ काम के सिलसिले में यमन जाना पड़ा था। ऐसे में कोकिला बेन इसी घर में लगभग 8 साल रही थी।
पत्नी ने मकान को बनाया धीरूभाई अंबानी मेमोरियल
6 जुलाई 2002 में धीरूभाई का निधन हो गया था। इसके बाद कोकिला बेन पति की याद में चोरवाड़ा गांव में स्थित इस पुश्तैनी मकान को धीरूभाई अंबानी मेमोरियल में तब्दील कर दिया। यह घर दो भागों में बटा हुआ है। पहले भाग में अंबानी परिवार आता जाता रहता है। ये हिस्सा उन्होंने खुद के लिए ही रखा है। वहीं दूसरे भाग को पर्यटकों के लिए खोला जाता है।
इस घर में सोविनियर शॉप है जहां आपको अंबानी परिवार से संबंधित कई चीजें देखने को मिल जाती है। आज भी कोकिला बेन पति की याद आने पर इस घर में आकर कुछ समय बिताती हैं। यहां उनकी बीते दिनों की यादें ताजा हो जाती है। अंबानी परिवार अपने इस पुश्तैनी घर को बड़े ही नाजो से संभालकर रखता है। इसकी प्रॉपर देखरेख की जाती है।
अंदर और बाहर से है बेहद खूबसूरत
यह घर दिखने में बेहद खूबसूरत है। इसमें एक बेहद सुंदर गार्डन है। यहां घर के चारों तरफ हरियाली है। इस वजह से हवा भी अच्छी आती है। यहां घूमने का अपना अलग ही मजा होता है। गार्डन का एक हिस्सा पर्यटकों के लिए है। वहीं दूसरा अंबानी परिवार ने अपने लिए प्राइवेट रखा हुआ है। यहां मुगल स्टाइल फाउंटेन भी है जिन्हें मंदाना स्टोन बनाया गया है। इस मकान में बरामदे, कमरे, अतिथि कक्ष और रसोई घर भी है।