अध्यात्म

Chankya Niti: हर इंसान को सीखना चाहिए मुर्गे के ये 4 गुण, जीवन में सफलता और पैसा दोनों मिलेगा

आचार्य चाणक्य अपने दौर के महान विद्वान थे। वे श्रेष्ठ बुद्धिजीवी और रणनीतिज्ञ थे। उन्होंने अपने अनुभवों से ‘नीति शास्त्र’ की रचना की। इसमें उन्होंने कई ऐसी काम की बातें बताई हैं जो आज के समय में भी सटीक साबित होती है। इन बातों से इंसान एक बेहतरीन लाइफ जीता है। आचार्य चाणक्य के सोच-विचार काफी अलग लेवल के थे। जैसे उन्होंने मुर्गे के गुणों को सीखकर जीवन में सफलता पाने का राज बताया था। तो चलिए जानते हैं कि वह गुण कौन-कौन से हैं।

1. सूर्योदय से पूर्व उठ जाना

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमे मुर्गे से

के पहले उठने का गुण सीख लेना चाहिए। सुबह जल्दी उठने के बहुत से लाभ होते हैं। जैसे सुबह का वातावरण आपको ताजी हवा देता है। सुबह माहौल बेहद सकारात्मक होता है। सुबह जल्दी उठने से आप दिन पर ऊर्जा से भरे रहते हैं। दिन की शुरुआत जल्दी हो तो कई काम समय पर हो जाते हैं। आप अपने कामों को और अच्छे से कर पाते हैं। आपका दिमाग भी तरोताजा रहता है।

2. सबके साथ चीजें शेयर करना

मुर्गा एक पारिवारिक पक्षी होता है। वह जो भी खाना खोजता है उसे अपने परिवार और समूह के साथ मिल बांटकर खाता है। इंसानों को भी मुर्गे से चीजों को शेयर करने का गुण सीखना चाहिए। हमे अपने दोस्तों और परिवार के साथ सबकुछ साझा कर खाना पीना चाहिए। दूसरों का हिस्सा हथियाने वाला शख्स जीवन में कभी खुश नहीं रहता है। उसे जीवन में कभी उन्नति भी नहीं मिलती है।

3. अपनी रक्षा के लिए हमेशा रेडी रहना

मुर्गे के बारे में अच्छी बात ये होती है कि वह हरदम एक्टिव और सचेत रहता है। उसे दुश्मन की भनक लगते देर नहीं लगती है। वह खतरे को पहले से भाप लेता है। यदि जरूरत पड़ी तो लड़ने को भी हमेशा रेडी रहता है। इसी प्रकार इंसानों को भी अपने आसपास के दुश्मनों की जानकारी होनी चाहिए। कौन उनका भला चाहता है और कौन बुरा ये अच्छे से पता होना चाहिए। यदि जरूरत पड़े तो अपनी रक्षा और लड़ाई को भी तत्पर रहना चाहिए।

4. आत्मनिर्भर बनना

मुर्गा आत्मनिर्भर होता है। वह खाने पीने या जीने के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहता है। वह अपने भोजन का इंतजाम खुद ही करता है। ठीक ऐसे ही इंसानों को भी हमेशा आत्मनिर्भर रहना चाहिए। दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। अपनी मेहनत से जो फल मिलता है उसकी खुशी और संतुष्टि ही अलग लेवल की होती है। ऊपर से समाज में इज्जत भी बढ़ जाती है।

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