कालाष्टमी 2020: आज कर लें यह उपाय, काल भैरव हो जाएंगे खुश, जीवन की तकलीफें होंगी कम
भगवान शिव जी का रूद्र अवतार काल भैरव को बताया गया है, कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी या काल भैरव जयंती मनाई जाती है, इस बार 14 मई 2020 यानी गुरुवार को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा, इस दिन भक्त काल भैरव की पूजा करते हैं, ऐसा बताया जाता है कि इस दिन ही भगवान शिव जी से काल भैरव प्रकट हुए थे, इसलिए लोग भगवान भैरव की इस दिन पूजा-अर्चना और उपवास रखते हैं, काल भैरव की उपासना करने से व्यक्ति को अपने जीवन की परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।
अगर हम पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देखें तो काल भैरव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं, इनकी पूजा करने से व्यक्ति के मन का भय दूर हो जाता है, आज हम आपको कालाष्टमी पर काल भैरव को प्रसन्न करने के कुछ उपायों के बारे में जानकारी देने वाले हैं, यदि आप इन उपायों को करते हैं तो इससे आपको कई प्रकार से फायदे मिलेंगे और काल भैरव आपसे प्रसन्न होंगे।
कालाष्टमी पर करें यह उपाय
1. अगर आप काल भैरव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए कालाष्टमी पर आप सुबह के समय उठकर स्नान करने के पश्चात आप अपने घर के मंदिर में ही भगवान भैरव को गुलाल, चावल, फूल, सिंदूर और अबीर अर्पित कीजिए, आप इनको नीले फूल चढ़ाएं, ऐसा बताया जाता है कि ऐसा करने से काल भैरव प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
2. अगर आप काल भैरव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इसके लिए कालाष्टमी की रात को आप उड़द के आटे की मीठी रोटियां बना लीजिए और उन रोटियों पर तेल लगा कर इनको किसी कुत्ते को खाने के लिए दीजिए, अगर आप यह रोटी काले कुत्ते को खिलाते हैं तो इससे काल भैरव प्रसन्न होते हैं, अगर आपको काला कुत्ता नहीं मिलता है तो आप किसी भी कुत्ते को खिला सकते हैं।
3. अगर आप सफलता हासिल करना चाहते हैं तो इसके लिए आप कालाष्टमी के दिन काल भैरव को सवा सौ ग्राम साबुत काली उड़द अर्पित कीजिए, इसके पश्चात आपको इनमें से 11 दाने अलग रख लेने हैं और आप इन दानों को अपने कार्यस्थल पर रख दीजिए मान्यता अनुसार इस उपाय को करने से व्यक्ति को सफलता मिलती है।
4. अगर आप अपने जीवन में उन्नति प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए कालाष्टमी की शाम को साबुत उड़द दाल, लाल फूल, लाल मिठाई काल भैरव जी को अर्पित कीजिए।
5. भगवान काल भैरव को खुश करने के लिए आप कालाष्टमी वाले दिन 5 से 7 वर्ष तक के लड़कों को नारियल, पुए, जलेबी, चने, चिरौंजी का प्रसाद दीजिए।
6. अगर आप कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आप भगवान शिवजी की पूजा अवश्य करें क्योंकि भगवान शिव जी के अंश ही काल भैरव माने गए हैं, शिवजी के अंश के रूप में ही भगवान भैरव की उत्पत्ति हुई है, इसलिए आप कालाष्टमी के दिन शिवलिंग पर 21 बिल्वपत्र चंदन से “ओम नमः शिवाय” लिखकर अर्पित कीजिए।
7. काल भैरव की कृपा प्राप्ति के लिए आप कालाष्टमी पर किसी भी काल भैरव मंदिर में जाकर इनकी प्रतिमा के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं और भैरवाष्टकम स्त्रोत का पाठ कीजिए।