5 अप्रैल रवि प्रदोष पर ऐसे करें शिवजी की पूजा, सभी इच्छाएं होंगी पूरी, मिलेगा अनंत फल
भगवान शिव जी को सबसे शीघ्र प्रसन्न होने वाला देवता माना जाता है, जो भक्त इनकी पूजा-अर्चना करता है उसके ऊपर इनकी कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है, ऐसे बहुत से शुभ दिन होते हैं जिन पर भगवान शिव जी की पूजा की जाए तो इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है, आपको बता दें कि रवि प्रदोष व्रत पर अगर शिवजी की पूजा की जाए तो इससे भोले बाबा अति शीघ्र प्रसन्न होकर मनोवांछित फल प्रदान करते हैं, इस बार 5 अप्रैल 2020 यानी रविवार को रवि प्रदोष व्रत का दिन रहेगा, रवि प्रदोष के दिन जो भक्त शिवजी का व्रत रखकर सूर्यास्त के समय प्रदोष काल में भगवान शिव जी की पूजा उपासना करता है तो उसे महादेव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं, वैसे देखा जाए तो प्रदोष काल व्रत का दिन हर महीने में आता है परंतु यह रविवार के दिन होने की वजह से इसका महत्व बहुत अधिक बढ़ गया है, अगर आप इस दिन शिव जी की पूजा करते हैं तो इससे आपको अनंत फल की प्राप्ति होती है यानी आपको अपनी पूजा का कई गुना अधिक लाभ मिलता है, आप शिवजी की आराधना करके अपनी हर इच्छा पूरी कर सकते हैं।
अगर आपको अपने जीवन में दरिद्रता का सामना करना पड़ रहा है, धन से जुड़ी हुई परेशानियां चल रही है या फिर आपके ऊपर ऋण का भार है, आपको संसार की पीड़ा से गुजरना पड़ रहा है, तो ऐसी स्थिति में आप प्रदोष पूजा और व्रत अवश्य करें, अगर आप यह व्रत करते हैं तो इससे महादेव आपके जीवन में सुधार करेंगे, आज हम आपको प्रदोष काल में भगवान शिव जी की पूजा किस प्रकार करें ताकि इनकी कृपा हम को प्राप्त हो सके, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं, अगर आप रवि प्रदोष व्रत पर इनकी विधि विधान पूर्वक पूजा करते हैं तो इससे इनकी कृपा दृष्टि सदैव बनी रहेगी और जीवन के दुख दूर होंगे।
रवि प्रदोष काल में ऐसे करें शिवजी की पूजा
- सूर्यास्त से पहले नहा धोकर साफ हल्के सफेद या गुलाबी रंग के कपड़े धारण कीजिए।
- आप शिवजी को शुद्ध जल से स्नान कराएं या फिर आप पंचामृत से भी स्नान कराकर दोबारा शुद्ध जल से स्नान कराएं।
- आप शिव जी को स्नान कराने के बाद इनको वस्त्र चंदन अक्षत इत्र अबीर गुलाल अर्पित कीजिए।
- आप शिवजी की पूजा के दौरान इनको गुलाब के फूल, बेलपत्र, धतूरा, कमल का फूल, कनेर का फूल, मदार अर्पित कर सकते हैं और धूप दीप से इनकी आरती करें।
- आप अपना मुख उत्तर दिशा की तरफ करके भगवान उमामाहेश्वर का ध्यान करते हुए इनसे अपने जीवन के सभी कष्टों को दूर करने के लिए प्रार्थना कीजिए, आप इनसे प्रार्थना करें कि यह आपके जीवन को खुशहाल बनाएं, कर्ज, दुर्भाग्य, दरिद्रता, रोगों से छुटकारा दिलाएं और आपकी पूजा को स्वीकार करके फल प्रदान करें।
रवि प्रदोष व्रत में बरतनी होगी यह सावधानियां
आपको रवि प्रदोष व्रत में कुछ सावधानियां बरतनी बहुत ही जरूरी है, आप इस दिन घर और मंदिर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें, इस दिन आपको साफ-सुथरे कपड़ों का धारण करके ही शिवजी की पूजा करनी होगी और व्रत के दौरान आप अपने मन में गलत विचार ना आने दे, इस दिन आपको गुरु और पिता के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार करना होगा।