अध्यात्म

भारत के इन मंदिरों में बरसती है माता रानी की अपार कृपा, नवरात्री में करें दर्शन मिलेगा विशेष फल

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 25 मार्च से होने वाली है और सभी भक्त इन दिनों में मां दुर्गा की आराधना करेंगे, बहुत से लोग ऐसे हैं जो चैत्र नवरात्रि में उपवास भी रखते हैं, पूरे 9 दिनों तक माता की पूजा अर्चना में लीन रहते हैं, सभी लोग अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए माता रानी की पूजा करते हैं, ऐसा बताया जाता है कि जो भक्त नवरात्रि के दिनों में माता की आराधना करता है उसको विशेष शक्तियों का आभास होने लगता है, जिनकी पूजा से माता रानी प्रसन्न होती है, उसको शुभ फल की प्राप्ति होती है।

माता रानी अपने सच्चे भक्तों को कभी भी निराश नहीं होने देती है, आज हम आपको कुछ ऐसे भारत के मंदिरों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जहां पर मान्यता अनुसार देवी मां खुद निवास करती है, अगर आप नवरात्रि के दिनों में इन देवी मां के मंदिरों के दर्शन करते हैं तो इससे आपको विशेष फल की प्राप्ति होगी।

राजस्थान का करणी माता मंदिर

देवी मां के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक राजस्थान का करणी माता मंदिर है, अगर आप इस मंदिर के एक बार दर्शन करेंगे तो आपका मन बार-बार इस मंदिर में जाने का करेगा, देवी मां का यह प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के बीकानेर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर जोधपुर रोड पर गांव देशनोक की सीमा पर स्थित है, इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि आपको इस मंदिर के अंदर बहुत सारे चूहे देखने को मिलेंगे, इसी वजह से इस मंदिर को चूहे वाला मंदिर भी कहा जाता है।

नैनीताल का नैना देवी मंदिर

नैनीताल का देवी मां का नैनी नैना देवी मंदिर भारत का सबसे प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है, यह मंदिर नैनी झील के किनारे स्थित है, इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि इसी झील में देवी सती के नेत्र गिरे थे, जिसके बाद नैना देवी मंदिर का निर्माण किया गया था, इस मंदिर को शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, इस मंदिर में माता रानी के 2 नेत्र है।

छत्तीसगढ़ का दंतेश्वरी मंदिर

दंतेश्वर मंदिर देवी मां के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है, यह बहुत ही मशहूर और प्राचीन मंदिरों में से एक है, ऐसा बताया जाता है कि इस स्थान पर देवी सती का दांत गिरा था, जिसकी वजह से इस मंदिर का नाम दंतेश्वरी मंदिर पड़ा है, इस मंदिर के आसपास का नजारा बहुत ही सुंदर है।

गुवाहाटी का कामाख्या देवी मंदिर

गुवाहाटी (असम) का कामाख्या देवी मंदिर बहुत ही विशेष माना जाता है, ऐसा बताया जाता है कि इस स्थान पर देवी मां की योनि का भाग गिरा था, इसी वजह से यहां पर माता राजस्व वाला भी होती हैं, इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है, माता के आशीर्वाद से भक्तों के सभी संकट दूर होते हैं।

कोलकाता का दक्षिणेश्वर काली मंदिर

देवी मां का दक्षिणेश्वर काली मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है, यह मंदिर कोलकाता के हुगली नदी के किनारे स्थित है, इस मंदिर के निर्माण के बारे में बताया जाता है कि जान बाजार की जमींदार रानी रासमणि को मां काली ने स्वयं सपने में दर्शन दिए थे और सपने में माता रानी ने उनको यह निर्देश दिया था कि वह मंदिर का निर्माण कराये, उसके बाद ही इस मंदिर का निर्माण कराया गया था।

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