क्या आप जानते हैं छठ पर्व पर महिलाएं नाक से मांग तक क्यों लगाती हैं सिंदूर? जानिए इसकी वजह
भगवान सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ चार दिन तक चलता है, छठ पर्व की शुरुआत नहाए खाए के साथ आरंभ हो जाता है, इस पर्व में भगवान सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है, छठ पर्व की शुरुआत मुख्य रूप से बिहार और झारखंड से हुई थी परंतु यह समय के साथ-साथ कई स्थानों पर भी मनाया जाने वाला त्यौहार बन चुका है, आप सभी लोगों ने छठ पर्व के दौरान महिलाओं को देखा होगा कि वह अपनी नाक से लेकर मांग तक सिंदूर लगाती है, आपके मन में कभी ना कभी यह सवाल अवश्य आया होगा कि आखिर यह नाक से लेकर मांग तक सिंदूर क्यों लगाती है?
ऐसे बहुत ही कम लोग हैं जिनको इस बात की जानकारी है कि नाक से मांग तक सिंदूर लगाने का क्या महत्व है? आज हम आपको छठ के महापर्व पर महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर किस वजह से लगाती है? इस बारे में जानकारी देने वाले हैं।
आखिर क्यों छठ पर्व पर महिलाएं नाक से मांग तक लगाती है सिंदूर
- ऐसा माना जाता है कि अगर महिलाएं नाक से लेकर मांग तक सिंदूर भरती है तो इससे उनके पति को जीवन में सफलता हासिल होती है, जो महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर लगाती है उनके पति को हर कार्य में तरक्की मिलती है।
- जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना गया है, छठ पूजा के समय स्त्रियां अपनी नाक से मांग तक पीले रंग का लंबा गाढ़ा सिंदूर भरती है, ऐसा करने से छठी मैया की कृपा दृष्टि उनके ऊपर हमेशा बनी रहती है और उनका सुहाग अमर रहता है, इस बारे में ऐसा बताया जाता है कि महिलाएं जितना लंबा सिंदूर भरती है उनके पति की उम्र उतनी ही अधिक लंबी हो जाती है।
- जिन महिलाओं की शादी हो चुकी है, अगर वह अपनी मांग में सिंदूर भर कर छठी मैया की पूजा करती है और सूर्य देवता को अर्घ्य देती है तो इससे सूर्य देव बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं, ऐसा बताया जाता है कि जो महिलाएं छठ का व्रत रखती है उनसे सूर्य भगवान अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं और प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं बहुत ही जल्दी पूरी कर देते हैं।
- छठ का पर्व बहुत ही कठिन माना गया है और इसका महत्व भी बहुत अधिक है, जो छठ पूजा करता है उसको उत्तम फल की प्राप्ति होती है, मान्यता अनुसार अगर छठ व्रत पर महिलाएं अपनी नाक से मांग तक गाढ़ा पीला सिंदूर लगाकर छठी मैया की पूजा करती है तो इससे उनके घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती हैं।
छठ महापर्व की उपासना बहुत ही कठिन मानी गई है, पूरे 36 घंटे तक निर्जला व्रत महिलाएं करती है, इस समय के दौरान साज-शृंगार का विशेष महत्व माना गया है, इस समय के दौरान सुहागिन महिलाएं सजती-संवरती हैं और पूरा श्रृंगार करती है, इस पर्व पर सबसे खास बात देखने को यह मिलती है कि महिलाएं नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर लगाती है, आप लोगों ने छठ पर्व पर बहुत सी सुहागिन महिलाओं को देखा होगा कि उन्होंने लंबा सिंदूर लगाया होता है, सिंदूर नाक से आरंभ होकर माथे की मांग के अंतिम छोर तक भरा जाता है, उपरोक्त हमने नाक से मांग तक सिंदूर भरने की जानकारी बताई है, जिससे आपको इस बात का अनुमान हो गया होगा कि छठ पर्व पर महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर क्यों लगाती है और इसके पीछे की वजह क्या है।