यह 3 हिंदु से जुड़े सवालों के जवाब कोई नहीं जनता, आप भी एक बार पढ़कर देखें !!
अगर हम किसी भी धरम की बात करें तो कोई ना कोई ऐसी अनसुलझी घटना सामने आ ही जाएगी जिसे हम इंकार नहीं कर सकते हैं। हम सब जानते हैं कि हर धरम में चमत्कार होते हैं और कुछ चमत्कार तो ऐसे भी होते हैं जो बहुत से सवालों को पीछे छोड़ जाते हैं। आज हम इस लेख में ऐसे ही कुछ सवालों को आपको बताने जा रहे हैं जिनके जवाब किसी को नहीं पता है।
यह सवाल हिन्दू धरम से जुड़े हुए सवाल हैं, और अगर आप भी हिन्दू हैं तो आप भी इन सवालों को पड़ने के बाद इन्ही के बारे में सोचने लग जाएंगे। आप जानते होंगे कि ऐसी बहुत सी घटनाएं हिन्दू धरम में हो चुकी हैं जिनका जवाब किसी पे नहीं है तो चलिए जानते हैं कि क्या आप दें सकते हैं इन सवालों के जवाब।
1. क्या कल्प वृक्ष को हम दोबारा खोज सकते हैं ?
अगर आप हिन्दू हैं तो आप कल्प वृक्ष के बारे में जानते ही होंगे, अगर आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं । हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कल्प वृक्ष समुन्दर मंथन के समय निकला था, जब देवता और असुर अमृत के लिए समुन्दर मंथन कर रहे थे तो बहुत सी वस्तुएं उसमे से निकली थी जिनमे से एक कल्प वृक्ष भी था। इस वृक्ष की खासियत यह थी कि इस वृक्ष के निचे बैठकर जो भी आप मांगोगे वह पूरा हो जाएगा। इन्दर भगवान् ने इस वृक्ष को उत्तरी हिमालय में सुराख्नण्ड नाम के पर्वत पर लगा दिया था।
2. क्या आज भी संजीवनी बूटी मिलना संभव है ?
संजीवनी बूटी के बारे में सभी जानते होंगे, जब राम का रावण के साथ युद्ध चल रहा था तो रावण के पुत्र मेघनाथ ने नागास्त्र से लक्ष्मण को घायल कर दिया था। लक्ष्मण इस वार से मूर्छित हो गए थे तब राज वेध ने उनके उपचार के लिए संजीवनी बूटी की मांग की थी, जिससे हनुमान जी हिमालये से लेके आए थे। संजीवनी बूटी की पहचान ना होने की वजह से हनुमान जी पर्वत ही उठा कर लंका ले आए थे।
3. क्या अमृत कलश को दोबारा खोज सकते हैं ?
जब देवता और असुरों ने अमृत के लिए समुन्दर मंथन किया था तो उसमें से बहुत सी चीज़े निकली थी जो असुरों और देवताओं में बत्ती जा रही थी। जब आखिरी में अमृत का कलश निकला तो वह असुरों के हाथ लग गया पर देवताओं ने अपनी चालाकी से उसे हासिल कर उसे पी लिए और वह अमर हो गए। क्या वह अमृत कलश दोबारा खोजा जा सकता है ?
kalpbriksh indralok me hai
sanjivani himalya per hai
amrit kalash chanlok me hai