अध्यात्म

अधूरी रह गई है कोई मनोकामना तो अष्टमी के दिन करें यह उपाय, माता की कृपा से खुल जाएगी किस्मत

नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की अपनी अलग अलग विशेषता बताई गई है, नवरात्रि के 9 दिन तक माता के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है और आज अष्टमी तिथि है 6 सितंबर को देवी महागौरी की पूजा की जाती है, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस बात का पता लगता है कि भगवान शिव जी को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए माता गौरी ने कठोर तपस्या की थी, कठोर तपस्या करने की वजह से माता का शरीर काला पड़ गया था लेकिन माता की तपस्या से भगवान शिव जी प्रसन्न हुए थे और उनको दर्शन दिया था, शिव जी की कृपा से माता का शरीर पुनः गोरा हो गया था, इसी वजह से इनको गौरी के नाम से जाना जाता है।

माता के नवरात्रों में अष्टमी तिथि बहुत ही विशेष बताई गई है, अगर आप अपनी बुरी किस्मत को दूर करना चाहते हैं तो इस दिन कुछ उपाय कर सकते हैं, अगर आप अष्टमी तिथि पर कुछ सरल से उपाय करते हैं तो इससे आपका सौभाग्य बढ़ता है, आज हम आपको दुर्भाग्य को दूर करने के लिए ऐसे कुछ उपाय बताएं बताने वाले हैं जिनको आप अष्टमी तिथि पर अवश्य करें, इससे आपकी सभी अधूरी मनोकामना पूरी होगी और माता का आशीर्वाद आपके ऊपर बना रहेगा।

आइए जानते हैं अष्टमी तिथि के दिन कौन से करें उपाय

  • अगर आप नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि की रात को 12:00 बजे के पश्चात अपने घर के मुख्य दरवाजे पर शुद्ध देसी घी का दीपक जलाते हैं तो इससे आपको अपने दुर्भाग्य से छुटकारा प्राप्त होगा।
  • आप नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा के किसी भी मंदिर में जाकर 8 कमल के फूल माता को अर्पित कीजिए, अगर आप यह उपाय करते हैं तो इससे माता रानी आपसे प्रसन्न होंगी।
  • अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख शांति हमेशा बनी रहे, घर परिवार में किसी भी प्रकार का संकट ना आए तो इस स्थिति में आप अष्टमी तिथि को दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करें, आप यह पाठ किसी योग्य पंडित से भी करवा सकते हैं।
  • आप अष्टमी के दिन किसी कुंवारी ब्राह्मण कन्या को उसके मनपसंद के कपड़े खरीद कर दीजिए, इसके अतिरिक्त उसको उपहार के रूप में कुछ भी दे सकते हैं, इससे माता की कृपा प्राप्त होती है।

  • अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन भी किया जाता है इसलिए आप अपने घर नौ कन्याओं को बुलाकर उनको भोजन करवाएं परंतु आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि कन्याओं की उम्र 11 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए, आप कन्याओं को भोजन में खीर जरूर दीजिए और उनको उपहार के रूप में कुछ ना कुछ अवश्य दें और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें।

  • अगर आप नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि के दिन 11 सुहागिन स्त्रियों को लाल चूड़ी और सिंदूर देते हैं तो इससे आपके जीवन से धन से जुड़ी हुई परेशानियां दूर होती है, इससे धन लाभ प्राप्ति के योग बनते हैं।
  • अगर आप अपने जीवन की चल रही परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए आप किसी भी देवी मंदिर में जाकर अष्टमी तिथि वाले दिन श्रृंगार का सामान माता रानी को भेंट कीजिए, इससे आपकी परेशानियों में कमी आएगी।

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