जानिए श्री गणेशजी को विदा करने की सही और सरल विधि, तभी मिलेगा आपको इसका फल
गणेश चतुर्थी के दिनों में सभी लोग अपने घर में गणेश जी की स्थापना करते हैं और 10 दिन तक नियमित रूप से इनकी पूजा अर्चना करते हैं, अब इनकी विदाई का समय आ चुका है, हम भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए पूरे 10 दिन तक इनकी पूजा अर्चना करके हर संभव कोशिश में लगे रहते हैं, भगवान गणेश जी को तरह-तरह के भोग अर्पित करते हैं, रोजाना इनकी विधि विधान पूर्वक पूजा की जाती है ताकि इनका आशीर्वाद हम को प्राप्त हो सके और जीवन के सभी कष्ट दूर हो पाए, इसके बाद अब यह सवाल आता है कि आखिर भगवान गणेश जी की किस प्रकार विदाई की जाए, परंपरा अनुसार ऐसा बताया जाता है कि भगवान श्री गणेश जी को उसी तरह विदा किया जाना चाहिए जैसे हमारे घर का सबसे प्रिय व्यक्ति जब यात्रा पर निकलता है तब उनके साथ हमारा जैसा व्यवहार रहता है।
इस वर्ष भगवान गणेश जी का विसर्जन 12 सितंबर 2019 को किया जाने वाला है, ऐसे में हर व्यक्ति को इनको विदा करने का सही तरीका पता होना चाहिए, तभी आपको इनका आशीर्वाद प्राप्त हो पाएगा, आज हम आपको भगवान गणेश जी को विदा करने के कुछ सरल और सही विधि के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
जानिए श्री गणेशजी को विदा करने की सही और सरल विधि
- सबसे पहले आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप गणेश जी को जिस दिन विदा करेंगे, आप उस दिन भी जैसे प्रतिदिन गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं उसी प्रकार इनकी आरती और पूजा अर्चना कीजिए, उसके पश्चात विशेष प्रसाद का भोग लगाएं, उसके बाद आप भगवान गणेश जी के पवित्र मंत्रों का जाप कीजिए।
- आपको एक साफ-सुथरा पाटा लेना होगा और इस पाटा को आप गंगाजल या गोमूत्र से पवित्र कर लीजिए, घर की कोई भी महिला इस पाटा पर स्वास्तिक का निशान बनाये और उस पर अक्षत रखिये, इस पर आप एक पीला, गुलाबी या लाल कपड़ा जरूर बिछाए और इसके ऊपर गुलाब के पत्ते बिखेर दीजिए और इस पाटा के चारों कोनों पर चार सुपारी अवश्य रख दीजिए।
- अब आपको भगवान गणेश जी को उनके जय घोष के साथ स्थापना वाले स्थान से उठाना होगा और इस पाटे पर गणेश जी की प्रतिमा को रखें, जब आप इनकी प्रतिमा को पाटे पर रखें तब उनके साथ फल, फूल, वस्त्र, दक्षिणा और पांच मोदक जरूर रख दीजिए।
- इसके बाद आपको एक छोटी सी लकड़ी लेनी होगी और उस पर चावल, गेहूं और पंचमेवा की पोटली बनाकर बांध दीजिए, आप अपनी शक्ति अनुसार दक्षिणा के रूप में इसमें सिक्के रख सकते हैं, ऐसा माना जाता है कि मार्ग में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसलिए जैसे पुराने घर से निकलते समय जो भी यात्रा की तैयारी की जाती है ठीक उसी प्रकार भगवान गणेश जी को विदा कीजिए।
- आप भगवान गणेश जी का विसर्जन किसी नदी, तालाब या पोखर में कीजिए परंतु उससे पहले आप कपूर की आरती अवश्य कीजिए और भगवान गणेश जी को खुशी-खुशी विदाई करने की कामना अवश्य कीजिए, आप इनसे मनचाहा आशीर्वाद मांग सकते हैं, अगर आपसे इन 10 दिनों में कोई भी भूल हुई है तो आप उसकी क्षमा याचना गणेश जी से जरूर मांगे और भगवान गणेश जी की प्रतिमा को आप पूरे आदर सम्मान के साथ सभी चीजें समेत इनको धीरे-धीरे जल में प्रवाहित कीजिए।