सलाम: ट्रेन ड्राइवर ने मुसाफिरों की जान बचाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी
आज हम आपको एक ऐसी बहादुर इंसान के बारे में बताने जा रहे है जो एक ट्रेन चालाक है और साथ बहुत ही बहादुर इंसान भी उन्होंने बहुत सारे यात्रियों की जान बचाई एमेर्जेंसी ब्रेक लगाकर। आइये हम आपको पूरी खबर विस्तार से बताते है।
अपने लिए तो सारे लोग जीते है लेकिन ये बहुत ही काम द्ख जाता है जो दुसरो के लिए जीते है और बिना किसी डर के अपनी जान जोखिम में डालकर औरो की जान की हिफाजत करते है ऐसी ही एक घटना के बारे में हम आपको बताने जा रहे है
फिरोजपुर की घटना
पंजाब के फिरोजपुर जिले की है जहा पर इसी रविवार के दिन ट्रेन की टक्कर एक ट्रक के साथ हो गई ये बहुत ही भयानक टक्कर थी इस टक्कर के पास के फाटक की निगरानी एक मानव रहित थी ये घटना सुबह के 10 बजे के करीब हुई।
ट्रेन फिरोजपुर से फाजिल्का जा रही थी तभी अचानक ट्रेन के ड्राइवर ने देखा की एक ट्रक बहुत तेज़ गति से आ रहा है और उसके साथ टक्कर लग जाएगी क्योकि ट्रक भी आ रहा था और बिना रुके फाटक को क्रॉस कर रहा था ट्रेन के ड्राइवर विकास ने ये देखकर तुरंत ही एमेर्जेंसी ब्रेक लगा दी और ब्रेक तबतक लगा कर राखी जब तक ट्रेन रुक नहीं गई।
हलाकि ट्रेन और ट्रक की एक जबरदस्त टक्कर हो गई और पूरा इंजिन पिचक गया जिस वजह से ट्रेन के ड्राइवर की मौके पर ही मृत्यु हो गई। अगर वो चाहते तो ट्रेन से कूद कर अपनी जान बचा सकते थे लेकिन उनकी बहादुरी थी जो उन्होंने ऐसा ना करके दूसरे सवारियों की जान बचाई और ट्रक का ड्राइवर अपनी जान बचाकर कूदकर भाग खड़ा हुआ।
उत्तर रेलवे के नीरज शर्मा ने विकास की बहादुरी का परिचय देते हुए बता की, विकास ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए अपने कार्य के धर्म का पालन किया और भागे नहीं लोगो की जान बचाई अपनी जान देके।
वैसे इस घटना को लेकर रेलवे ने जाँच के आदेश दे दिए है की पूरी घटना की जांच की जाए।