कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की पड़ गई है छाया तो जरूर करें ये 7 उपाय
ऐसा बताया जाता है कि अगर कोई व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित होता है तो उसके जीवन में बहुत सी परेशानियां उत्पन्न होने लगती है, ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह का विशेष महत्व माना गया है, अगर शनि किसी व्यक्ति की कुंडली में अशुभ स्थिति में विराजमान हो तो इसकी वजह से व्यक्ति के जीवन में तमाम प्रकार के परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं, हर कोई व्यक्ति शनि के बुरे प्रभाव से बचना चाहता है, जिसके लिए वह कई उपाय अपनाता है, शनि देव को व्यक्ति का भाग्य बनाने वाला माना जाता है, अगर यह आपसे प्रसन्न हो जाए तो इससे आपके जीवन की सभी प्रकार के परेशानियां दूर होती है और आप अपने जीवन में लगातार सफलता हासिल करते हैं।
आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा पाने के उपायों के बारे में जानकारी देने वाले हैं, यदि आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का बुरा प्रभाव है तो आप इन उपायों को आजमा कर इनसे मुक्ति पा सकते हैं, इन उपायों को अपनाने से शनिदेव की कृपा दृष्टि आपके ऊपर बनी रहेगी और आपके जीवन में जो भी परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं वह शीघ्र ही दूर हो सकती हैं।
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा पाने के उपाय
- अगर आप शनि के बुरे प्रभाव से बचना चाहते हैं तो इसके लिए आप शनिवार के दिन शनि देव के मंदिर में जाकर शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों का तेल अर्पित कीजिए इसके अलावा पीपल के पेड़ की भी विशेष रूप से पूजा करना लाभदायक माना जाता है।
- अगर आप शनिवार के दिन किसी व्यक्ति को चमड़े के जूते चप्पल दान करते हैं तो इससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी, आप शनिवार के दिन काले तिल का दान अवश्य करें और शमी के पेड़ की पूजा कीजिए।
- अगर आप चाहते हैं कि शनिदेव का आशीर्वाद आप के ऊपर हमेशा बना रहे तो आप गरीबों को भोजन खिलाएं, इसके अलावा जो लोग मेहनती होते हैं उनके ऊपर हमेशा शनिदेव का शुभ प्रभाव रहता है, आप कभी भी निर्धन लोगों का अपमान मत कीजिए क्योंकि इससे शनि देव क्रोधित होते हैं।
- अगर आप शनिदेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए शनिवार की शाम को शमी के वृक्ष की जड़ को काले कपड़े में पिरो कर आप अपने दाहिने हाथ में बांध लीजिए और “ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनिश्चराय नम:” मंत्र का जाप कीजिए।
- अगर आपकी कुंडली में शनि से संबंधित किसी भी प्रकार का दोष है तो इससे मुक्ति पाने के लिए आप सुंदरकांड का पाठ अवश्य कीजिए और किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर महाबली हनुमान जी की प्रतिमा पर मीठा प्रसाद अवश्य अर्पित करें।
- अगर आप शनिदेव के क्रोध को शांत करना चाहते हैं तो “सूर्य पुत्रो दीर्घ देहो विशालाक्ष: शिव प्रिय:। मंदाचाराह प्रसन्नात्मा पीड़ां दहतु में शनि:।।” मंत्र का जाप अवश्य कीजिए, यह मंत्र काफी प्रभावी माना गया है, अगर आप अपनी सच्ची श्रद्धा से इस मंत्र का जाप करेंगे तो आपको फायदा अवश्य प्राप्त होगा।
- अगर आप भगवान शिवजी की उपासना करते हैं तो इससे शनि से जुड़े हुए सभी प्रकार के दोष दूर होते हैं।