परिवार गया जेल तो ‘जिमी’ रहे गया अकेला, तब पुलिस बनीं इसका सहारा
मध्य प्रदेश राज्य के बीना नामक शहर में आजकल पुलिसकर्मी एक कुत्ते की देखभाल करने में लगे हुए हैं और दिन रात इस कुत्ते की सेवा कर रहे हैं। इस कुत्ते का नाम जिमी बताया जा रहा है जो कि लेब्रा प्रजाति का है। जिमी पांच दिनों से बीना पुलिस थाने में है और इस थाने को जिमी ने अपना घर बना लिया है। जिमी की देखभाल की जिम्मेदारी चार सिपाहियों को दी गई है और ये चारों सिपाही दिन रात जिमी का ख्याल रखते हैं।
सुबह होते ही ये सिपाही सबसे पहले जिमी को खाना देते हैं और फिर इसको घूमाने के लिए ले जाते हैं। उसका बाद जिमी थाने में आकर आराम करता हैं और शाम को फिर से सैर पर जाता हैं। इतना ही नहीं जिमी को गर्मी ना लगे इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है और जिमी के लिए बकायदा पुलिस थाने में एक कूलर भी लगाया गया है। जिमी इस कूलर के सामने बैठकर आराम करता है और उसे पुलिस कर्मी समय समय पर आकर खाना दिया करते हैं। जिमी को खाने मेंं दूध, रोटी और बिस्किट दिए जाते हैं और जिमी खुश होकर ये सब चीजे खाता है।
आखिरी कहां से मिला पुलिस वालों को जिमी
हाल ही में इस राज्य के गणेश वार्ड में रहने वाले मनोहर अहिरवार और उसके पुत्र प्रशांत व प्रवीण ने एक वारदात को अंजाम दिया था और 21 जून की रात को अपने पांच रिश्तेदारों की हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया था और हत्या के आरोप में मनोहर अहिरवार प्रशांत, प्रवीण, मनोहर की पत्नी और दो बेटियों को भी गिरफ्तार कर लिया था और इस वक्त ये सभी लोग जेल में हैं। इन्हीं लोगों ने जिमी को पाल रखा था और जिमी इनके साथ रहता था। घर के सभी लोगों के जेल जाने के बाद जिमी एकदम से अकेला हो गया था।
पुलिस को जिमी के बारे में पहले जानकारी नहीं थी और जिमी कई समय तक घर में अकेला ही रहा। फिर एक दिन पड़ोसियों ने पुलिस को फोन करके उन्हें जिमी के बारे में बताया। पुलिस ने घर में जाकर जिमी को देखा तो वो भूखा था और काफी कमजोर हो गया था। जिसके बाद पुलिस जिमी को अपने थाने ले आई। पुलिस ने आरोपियों के रिश्तेदारों को फोन किया और उन्हें जिमी के बारे में बताया। लेकिन हर किसी ने जिमी को अपने साथ रखने से मना कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने जिमी को थाने में रखने का फैसला किया।
पुलिस के अनुसार जब उन्होंने जिमी को घर में पाया तो वो भूख और प्यास था। जिसके बाद पुलिस वाले घर में जाकर ही उसे खाना दिया करते थे। वहीं इस दौरान पुलिस ने पड़ोसियों और आरोपियों के रिश्तेदारों से अनुरोध भी किया कि वो जिमी को अपने साथ रख लें। मगर कोई राजी नहीं हुआ। जिसके बाद पुलिस वाले जिमी को थाने ले आए। अब पुलिस थाने में जिमी की दोस्ती हर किसी से हो गई है और जिमी खुशी के साथ यहां पर रहे रहा है।