लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस को लगा एक और झटका, J-K में फारूक अबदुल्ला ने तोड़ा कांग्रेस के साथ गठबंधन
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद कांग्रेस को करारा झटका लगा है। बता दें कि भाजपा ने एक बार फिर से पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई है। और देश ने एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री चुना है। इस हार के बाद कांग्रेस पार्टी में खलबली तो मची ही हुई थी। लेकिन अब एक ऐसी खबर आ रही है जिसके बाद कांग्रेस के लिए आने वाले दिनों में भी परेशानियां खड़ी होने वाली हैं।
बता दें कि कांग्रेस की हार के बाद नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) ने जम्मू-कश्मीर ने अब अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। बता दें कि कांग्रेस और एनसी पार्टी ने गठबंधन था लेकिन इस मंगलवार को इस गठबंधन को तोड़ने का एलान हुआ है। बता दें कि इस गठबंधन के टूटने के बाद ही दोनों पार्टियों में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है। जहां नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं नें कांग्रेस सरकार और नेताओं पर हमला बोलना शुरू कर दिया है और कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी हार के लिए स्वयं जिम्मेदार है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सरकार भी एनसी पार्टी पर हमला करते हुए नजर आई है। नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा कि जम्मू में फारूक और उमर अब्दुल्ला ने चुनाव प्रचार नहीं किया जिससे गठबंधन को हार का मुंह देखना पड़ा।
बता दें कि इस गठबंधन के बाद हुई हार के बाद नेशनल कांफ्रेंस पार्टी को लग रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले दम पर चुनाव जीत सकती है, जिस वजह से उसने कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। दूसरी ओर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा नेशनल कॉन्फ्रेंस के माथे पर फोड़ा है। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान लोकसभा चुनाव में हार के कारण गिनाते हुए उन्होंने कहा कि, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने जम्मू क्षेत्र में प्रचार नहीं किया जिस कारण गठबंधन की सीटें घट गईं। नेशनल कॉन्फ्रेंस घाटी की सभी तीनों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में जम्मू की दो और लद्दाख की एक सीट अपने नाम की है।
कांग्रेस को इसका जवाब देते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अनिल धर ने कहा कि कांग्रेस पहले अपनी हार की समीक्षा करे और सोचे कि कहां चूक रह गई। उन्होंने कहा कि अब इस हार के बाद कांग्रेस को मंथन करने के बाद सुधार की कार्रवाई पर ध्यान लगाना चाहिए। धर ने इंडिया टुडे बातचीत में कहा कि जम्मू कश्मीर में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कितनी रैलियां की? कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए धर ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के कई नेताओं ने जम्मू में प्रचार किया। उन्होंने कहा कि हार के लिए कांग्रेस खुद को जिम्मेदार ठहराए, न कि दूसरे को. धर ने स्पष्ट कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होगा और उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.
बता दें कि इस तो लोकसभा चुनाव में हार उसके बाद नेशनल कांफ्रेंस पार्टी का गठबंधन तोड़ना ये सब देखते हुए लग रहा है कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।