पूजा-पाठ का फल पाने के लिए और सुखी जीवन जीने के लिए रखें इन बातों का ध्यान
ब्रह्मवैवर्त पुराण में सुखी जीवन जीने के कुछ सूत्र बताए गए हैं और जो लोग इन सूत्र या नियम का पालन करते हैं उनका जीवन खुशियों से बीत जाता है। हमारे 18 पुराणों में से एक ब्रह्मवैवर्त पुराण है और इस पुराण में भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण का जिक्र किया गया है। इस पुराण के खंडों में जीवन कैसे जिया जाए और पूजा को दौरान क्या करना चाहिए ये बताया गया है।
सुखी जीवन जीने के लिए रखें इन बातों का ध्यान
भूमि में ना रखें ये चीज
पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाली चीजों को भूलकर भी जमीन पर ना रखें। कई बार लोग पूजा के दौरान शंख, दीपक, शालिग्राम, मणि, देवी-देवताओं की मूर्तियां सीधे जमीन पर रख देते हैं जो कि गलत होता है। इन सभी चीजों को जमीन पर रखने से पहले जमीन पर कपड़ा जरूर बिछा लें और उस कपड़े के ऊपर ही इन चीजों को रखें। जमीन के अलावा अगर आप चौकी के ऊपर भी पूजा से जुड़ी ये चीजें रखते हैं तो चौकी पर भी एक कपड़ा बिछा लें।
लें इष्टदेव का नाम
सुबह उठते ही इष्टदेव का ध्यान करना काफी सही माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सुबह के समय उठते ही इष्टदेव का नाम लेने से दिन अच्छे से गुजरता है। इसलिए आप अपने इष्टदेव को जितना हो सकें उतना याद करें। इसके अलावा सुबह उठने के बाद अपनी दोनों हथेलियों को देखना भी शुभ माना जाता है।
भूलकर भी ना करें इनका अपमान
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार इंसान को कभी भी अपने माता पिता, कन्या, औरत, पत्नी, गुरु, देवी-देवता, गाय और तुसली का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति औरों का अनादर या अपमान करता है उसपर कभी भी भगवान की कृपा नहीं बनती है। इसके अलावा ऐसा व्यक्ति जीवन भर गरीब ही रहते हैं। इसलिए आप अपने जीवन में भूलकर भी इन लोगों का अपमान ना करें और अगर आपके सामने कोई इनका अपमान कर रहा हो तो आप उसे भी रोके।
जितना हो सके उतना दान करे
हमारे धर्म में दान करना सबसे उत्तम माना गया है और ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार दान करने से इंसान के ऊपर आए सभी संकट टल जाते हैं। ब्रह्मवैवर्त पुराण में लिखा गया है कि इंसान को कभी भी दान करने में देरी नहीं करनी चाहिए। जिस तारीख का संकल्प दान के लिए किया होता है, उस दिन दान जरूर करना चाहिए। वहीं अगर दान देने में विलंब हो जाता है तो आप दोगुना दान करें। हर पूर्णिमा के दिन दान करने से जीवन की हर परेशानी से निजात मिल जाती है। खाने की चीजों का दान करा, पानी का दान करना और कपड़ों का दान करना सबसे उत्तम माना जाता है।
रोज दें सूर्य देव को अर्घ्य
सुबह के समय सूर्य देव को अर्घ्य जरूर देनी चाहिए। सूर्य देव को अर्घ्य देने से इंसान को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और उसका दिन अच्छे से गुजरता है। सूर्य देव को अर्घ्य देने से सेहत पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसलिए जो लोग अक्सर बीमार रहते हैं वो रोज सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया करें।