हो जाइए सावधान अगर आप भी सोते हैं पेट के बल, हो सकती हैं इतनी सारी समस्याएँ
देखा जाए तो हर इंसान के सोने का अपना एक अलग ही तरीका होता है, वैसे तो आमतौर पर पीठ के बल ही सोना चाहिए या फिर बाएँ करवट मगर कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हे पेट के बल सोना ज्यादा पसंद होता है। मगर आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की हमारे सोने से लेकर हमारे हर क्रिया कलापों का हमाँरे सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ा होता है और सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण तो हमारे सोने का तरीका होता है जो हमारे स्वास्थ्य पर काफी ज्यादा असर डालता है। लेकिन अगर आपके सोने का तरीका सही नहीं है तो निश्चित रूप से यह आपके सेहत संबंधी समस्याओं को निमंत्रण देना है।
बता दें की बहुत से लोगों के साथ ऐसी समस्या होती है की पेट के बल अगर वो नहीं सोते हैं तो उन्हे नींद ही नहीं आती है मगर ऐसा करने से उन्हे कई प्रकार की समस्याएं भी हो जाती हैं। ऐसे में उन्हे इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए की पेट के बल न सोएं और अगर आपकी भी ऐसी ही आदत है तो आप बहुत ही जल्दी अपनी इस आदत को बदल लीजिये क्योंकि इसकी वजह से आपको क्या क्या समस्या हो सकती है उसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है, जो निश्चित रूप से जानने के बाद आप खुद हैरान हो जाएंगे।
पेट के बल सोने से क्या क्या होती है समस्याएँ
- पेट बेकार होने की समस्या : अगर आप पेट के बल सोती हैं तो पेट का भोजन सही से पच नहीं पाता है तथा पेट बेकार होने की समस्या प्रारम्भ हो जाती है। इसके अतिरिक्त पेट दर्द की समस्या का सामना भी हमें करना पड़ सकता है।
- सिरदर्द की समस्या : जो लोग पेट के बल सोते हैं, उनको हमेशा सिरदर्द की शिकायत रहती है। असल में होता यह है की इस पॉजीशन में गर्दन मुड़ जाती है व सिर तक ब्लड सही से सप्लाई नहीं हो पाता है।
- पिंपल्स की समस्या : पेट के बल सोने से हमारे बॉडी को सही से आक्सीजन नहीं मिल पाती तथा बेड के बैक्टीरिया भी चेहरे के संपर्क में आ जाते हैं। इस प्रकार से हमारे चेहरे पर पिम्पल्स तथा दाग-धब्बों की समस्या हो सकती है।
- पीठ दर्द की समस्या : पेट के बल सोते समय आपकी रीढ़ की हड्डी की पोजीशन सही नहीं रहती है। इस कारण पीठ दर्द की शिकायत बनी रह सकती है । कभी कभी पीठ दर्द इतना ज्यादा हो जाता है की सही से खड़ा रहना या बैठना कठिन हो जाता है।
- हड्डियों में दर्द की समस्या : पेट के बल सोने पर बॉडी की पोजीशन सही नहीं रहती। इस कारण हड्डियों में दर्द की शिकायत भी बनी रह सकती है। यदि आप इस प्रकार से सोती हैं तो आगे से अपनी यह आदत बदल लीजिये।
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