विजय माल्या के बयान पर जेटली की सफाई ‘संसद परिसर में मुझे खरीदने की थी इसने कोशिश’
भारतीय बैंको का करोड़ों का कर्ज़ लेकर फरार विजय माल्या ने बुधवार को बड़ा बयान दिया। जी हां, शराब करोबारी विजय माल्या के बयान से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। बुधवार को विजय माल्या ने मीडिया से बात करते हुए देश की राजनीतिक पार्टियों पर बड़ा आरोप लगाया है, जिसकी वजह से सियासी गलियारों में हलचलें तेज़ हो चुकी है। जहां एक तरफ विजय माल्या को देश में वापस लाने की कवायद जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ विजय माल्या ने विदेश से ही देश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
भगौड़े विजय माल्या ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए वित्तमंत्री अरूण जेटली का नाम लिया। विजय माल्या ने बयान देते हुए कहा कि देश छोड़ने से पहले मैं वित्तमंत्री अरूण जेटली से मिला था। विजय माल्या ने आगे कहा कि मुझे दोनों बड़ी पार्टियों ने राजनीतिक फुटबॉल बना दिया और बाद में मुझे बलि का बकरा बनाया गया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए विजय ने कहा कि जेनेवा में एक मीटिंग में शामिल होने की वजह से मैंने देश छोड़ा, लेकिन राजनीतिक पार्टियों मुझे बलि का बकरा बनाया है।
विजय माल्या के इस बड़े बयान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने लिखा “देश छोड़ने से पहले नीरव मोदी पीएम मोदी से मिलता है और विजय माल्या वित्तमंत्री से। आखिर इन मीटिंग से क्या साबित होता है? देश की जनता इसका जवाब चाहती है।” विजय माल्या का बयान सामने आने के बाद पूरे देश में खलबली मच गई है। विपक्ष केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर लगातार घेर रही है। मामला यही नहीं थमा, बल्कि माल्या के इस बड़े बयान पर अरूण जेटली ने सरकार और खुद की तरफ से बड़ी सफाई दी।
केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने विजय माल्या के बयान को खारिज़ करते हुए कहा कि मैंने माल्या को मुलाकात करने का समय नहीं दिया था, लेकिन संसद परिसर में मेरी उससे मुलाकात हुई तो उसने मुझे मामला सुलझाने का ऑफर दिया। जेटली ने आगे कहा कि मैंने विजय माल्या के ऑफर को ठुकराते हुए उनसे कहा कि आप जो लेकर आएं है, उसे अपने साथ ही लेकर जाएं, हमारे बीच कोई भी समझौता नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से कई बार सफाई पेश हो चुकी है कि विजय माल्या से किसी भी मंत्री ने कोई मुलाकात नहीं की। हालांकि, विजय माल्या कोर्ट में जाने से पहले ही मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने कोर्ट में अपील की है कि सभी पक्षों को सुनकर ही फैसला लिया जाए, मैं सबका एक एक पैसा चुका दूंगा।