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जानिये क्यों माना जाता है की शमशान गए हैं तो वापस लौटते समय भूलकर भी नहीं देखना चाहिए पीछे

हर इंसान के जीवन में सुख-दुःख लगा रहता है। कुछ लोगों के जीवन में ज़्यादा सुख रहता है तो वहीं कुछ लोगों के जीवन में ज़्यादा दुःख रहता है। सुख-दुःख हमारे आस-पास की ऊर्जा के ऊपर निर्भर करता है। अगर व्यक्ति के आस-पास ज़्यादा सकारात्मक ऊर्जा रहती है तो वह जीवन में ज़्यादा सुखी रहता है, जबकि अगर उसके आस-पास नकारात्मक ऊर्जा ज़्यादा मात्रा में रहती है तो उसे जीवन में ज़्यादा दुःख भोगने पड़ते हैं। हालाँकि आस-पास कौन सी ज़्यादा ऊर्जा रहती है, इसके बारे में ज़्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें हमारे आस-पास दो तरह की ऊर्जा रहती है। एक सकारात्मक ऊर्जा और दूसरा नकारात्मक ऊर्जा। सकारात्मक ऊर्जा की वजह से किसी भी व्यक्ति को जीवन में प्रसन्नता और सफलता की प्राप्ति होती है। वहीं नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में आने के बाद व्यक्ति के जीवन में परेशनियाँ बढ़ जाती हैं। वह मानसिक तनाव के दौर से गुज़रने लगता है। कुछ लोगों को इसकी वजह से दिमाग़ी बीमारी भी हो जाती है। गरूँ पुराण में कुछ ऐसी बातों के बारे में बताया गया है, जिससे किसी भी व्यक्ति के ऊपर नकारात्मक ऊर्जा हावी हो सकती है।

नकारात्मक ऊर्जा एक बार जीवन में हावी हो जाती है तो इससे मुक्ति पाना बहुत ही मुश्किल होता है। इसके प्रभाव से जीवन में सबकुछ अशुभ ही होता है। आज हम आपको उन कामों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

भूलकर भी ना करें ये काम:

*- शमशान एक ऐसी जगह है जहाँ मृत शरीर जलाए जाते हैं। इस वजह से यहाँ बहुत ज़्यादा मात्रा में नकारात्मक ऊर्जा होती है। ऐसा कहा जाता है कि शमशान में बार-बार पीछे देखने पर अतृप्त आत्माएँ व्यक्ति के ऊपर हावी हो जाती हैं। जब भी शमशान में जाएँ या उसके आस-पास से गुज़रें तो इस बात का ख़ास ध्यान रखें।

*- तेज़ सुगंध नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसलिए कहा जाता है कि रात में किसी सुनसान जगह पर तेज़ सुगंध वाला परफ़्यूम लगाकर नहीं जाना चाहिए। इससे आप बहुत जल्दी बुरी शक्तियों के शिकार हो जाते हैं। केवल यही नहीं ऐसे लोगों को बुरी नज़र भी बहुत जल्दी लगती है। इसलिए रात के समय इस तरह के काम को भूलकर भी करने से बचना चाहिए।

*- कई लोग रोज़ नहाते नहीं हैं और गंदगी से रहते हैं। ऐसे लोग भी बहुत जल्दी नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आ जाते हैं। ऐसे लोगों को दिमाग़ी बीमारी का शिकार भी होना पड़ सकता है। इसलिए शास्त्रों में बताया गया है कि हर व्यक्ति को प्रतिदिन स्नान करना चाहिए और हमेशा साफ़ रहना चाहिए।

*- जिन लोगों के अंदर विश्वास की कमी होती है और वह ख़ुद पर भरोसा नहीं करते हैं वो लोग भी बहुत जल्दी नकारात्मक ऊर्जा की गिरफ़्त में आ जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि व्यक्ति को ख़ुद पर भरोसा रखना चाहिए। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आप ध्यान का भी सहारा ले सकते हैं।

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