क्या होता है फिल्मों में हीरो-हिरोइनो के पहने हुए डिजाइनर कपड़ो का, जानकर रह जाएगे दंग
अगर भारतीय सिनेमा के शौकीन है तो आपने गौर किया होगा कि फिल्म एक गाने में हीरो-हिरोइन ना जाने कितने ड्रेस बदल डालते हैं.. बाकी पूरी फिल्म की तो कोई बात ही नहीं है। वैसे ऐसा सभी फिल्मों में होता है, क्योंकि फिल्मों में कलाकारों के अभिनय के साथ उनके लुक का भी विशेष महत्व होता है.. दरअसल जब बड़े पर्दे पर जब सितारे नजर आते हैं, तो दर्शकों का ध्यान उनके चेहरे और ड्रेस पर भी केंद्रित होता है, ऐसे में फिल्मकार, कलाकारों को ड्रेसिंग को लेकर खास सजग रहते हैं, बकायदा इसके लिए कॉस्ट्यूम डिजाइनर से काम लिया जाता है जो कि सीन के अनुसार हीरो-हिरोइन और बाकि कलाकारों के लिए ड्रेस तैयार करते है। ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है कि फिल्मों के दौरान हीरो-हिरोइन और दूसरे कलाकारों के पहने हुए कपड़ो का आखिर होता क्या है, क्योंकि सेलिब्रिटी एक ड्रेस दुबारा किसी दूसरे फिल्म में पहने हुए नहीं दिखते हैं। ऐसे में आपके ज़हन में ये सवाल कभी ना कभी जरूर आया होगा कि फिल्मों अपने पहने हुए कपड़ो को कलाकार अपने घर ले जाते हैं या फिर ऐसा नहीं होता है तो वे जाते कहा हैं? आज हम इसी कॉमन से सवाल का जवाब आपके लिए ढ़ूढ़कर लाए हैं.. तो चलिए जानते हैं फिल्म खत्म होने के बाद आखिरकार उन कपड़ों का होता क्या है?..
वैसे हमारे यहां (भारत में) फिल्मो से ही कपड़ो के फैशन का रूख पता चलता है, ज्यादातर युवा, फिल्मों में हीरो-हिरोइन के ड्रेसिंग को देखकर फैशन सेंस सीखते हैं। किसी हिरोइन ने नए डिजाइन का लहंगा पहना तो शादियों में वैसे ही लहंगे का चलन चल जाता है, या फिर कोई नई साड़ी पहने हीरोइन नजर आ जाए तो फिर मार्केट में इस साड़ी का डिमांड बढ़ जाती है। जैसे माधुरी दीक्षित ने ‘हम आपके हैं कौन’ के दौरान जो पर्पल कलर की साड़ी और ग्रीन और व्हाइट कलर का जो लहंगा पहना, वो उस दौर की महिलाओं की पहली पसंद बन गया था।
इस तरह से हर फिल्म अपने कलाकारें के कपड़ो के लिए भी जानी जाती है, जैसे कि माधुरी दीक्षित का फिल्म ‘देवदास’ में 30 लाख का लहंगा पहना अपने में खास था, तो वहीं कहा जाता है विपुल शाह की कि ‘एक्शन रिप्ले’ में ऐश्वर्या राय ने 125 कॉस्ट्यूम पहने थे और करीना कपूर ने मधुर भंडारकर की फिल्म ‘हीरोइन’ में 130 ड्रेस पहनी थी। ऐसे में इतने सारे महंगे कपड़ों को लेकर दर्शकों के मन में सवाल तो उठेगा ही कि, आखिर ये जाते कहां है।
तो आपको बता दे कि आमतौर पर फिल्म खत्म होते ही उसमें इस्तेमाल किए हुए सारे कपडें बाकि सामान के साथ पैककर प्रोडक्शन हाउस को पहुंचा दिए जाते हैं, बाद में ऐसे कपडों को दूसरे किसी फिल्म में ‘मिक्स एंड मैच’ कर इस्तेमाल कर लिया जाता है। यानी कि एक ड्रेस को अलग-अलग टुकड़ों में इस्तेमाल किया जाता है.. जैसे कि किसी चोली को दूसरे घाघरे के साथ लगाकर इस्तेमाल किया जाता है, वैसे ऐसे ड्रेस लीड एक्टर्स को नहीं पहनाए जाते बल्कि बाकी दूसरे कलाकारों यानी एक्सट्रा वालों पर खपा दिए जाते हैं।
उदाहरण के तौर पर आपको बताए , मीडिया से बातचीत में डिज़ाइनर आयशा खन्ना ने बताया है कि फिल्म ‘बंटी और बबली’ के ‘कजरा रे’ गाने में ऐश्वर्या राय की ड्रेस को फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ के एक गाने में बैकग्राउंड डांसर के लिए दोबारा इस्तेमाल किया गया। दरअसल इसमें उसकी चोली को दूसरे घाघरे के साथ मैनेज कर लिया गया ताकी उसे नोटिस नहीं किया जा सके।
वहीं अगर कोई स्टार किसी ड्रेस को फिल्म से जुड़ी याद के तौर पर रखना चाहता है, तो उसे ऐसा करने की इजाज़त होती है पर जब फिल्म के स्टार को सेलेब्रिटी डिज़ाइनर स्टाइल करता है, तो अपने सारे कपड़े अपने साथ ही लेकर जाता है, चूकि ये सब फिल्म के प्रोडक्शन बजट में जुड़ा होता है, ऐसे में इस पर कोई जवाब-तलब नहीं होता।
वहीं अक्सर ऐसे बड़े सितारों के पहने हुए कपड़ो को नीलाम भी किया जाता है और ऐसी नीलामी से आई रकम को जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दान कर दिया जाता है। जैसे कि मीडिया सूत्रों की माने तो इन दिनों वेबसाइट www.saltscout.com पर कई बड़े स्टार्स के कपड़े नीलामी के लिए रखे गए हैं।
यहां ऋतिक रोशन की ‘क्रिश’ की सुपरहीरो वाली जैकेट पर 70000 हजार की बोली अब तक लग चुकी है, जो कि 1 जून, 9:30 तक नीलामी होनी है।
वहीं अनुष्का शर्मा के ब्रेक-अप सॉन्ग वाली कुर्ती पर 18,500 की बोली लगी है, जो कि 3 जून, रात 9:00 बजे तक नीलामी होगी।
रणबीर कपूर की शर्ट की नीलामी 24 मई से शुरू होगी, जिसकी शुरुआती बोली 10 हजार रुपए है।
जबकि अक्षय कुमार की नेवी ड्रेस पर अब तक सबसे अधिक 2,35,000 रुपये तक की बोली लगी है, जिसे 26 मई रात 9.30 बजे तक नीलाम होना है।
तो अगर आप भी अपने पसंदीदा एक्टर्स की कोई ड्रेस पहनना चाहते हैं तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है।