इस वजह से लड़कियां खुद से छोटी उम्र के लड़कों से करना चाहती हैं शादी, होते हैं ये फायदे
भारतीय संस्कृति में विवाह के सम्बंध में कई सारे नियम बनाए गए हैं, ताकि वैवाहिक जीवन सफल और खुशहाल रह सके। ऐसा ही एक नियम है शादी के लिए लड़के की उम्र का लड़की से अधिक होना । इसे भारतीय परम्परा भी कह सकते हैं, सामान्यतया लोगों की धारणा यही रहती है कि शादी के लिए लड़का, लड़की से उम्र में बड़ा होना चाहिए। पर अब समय के साथ-साथ जैसे दूसरी परम्पराओं और विचारधारों में बदलाव देखने को मिल रहा है, वहीं शादी के लिए लड़के-लड़की के उम्र की पारम्परिक सीमाए भी खत्म होती नजर आ रही हैं.. आज के समय में बहुत सी ऐसी शादियां हो रही हैं, जहां लड़की की उम्र लड़के से अधिक होती है।
खासकर प्रोफेशनल रूप से सफल लड़कियां आजकल खुद से कम उम्र के लड़को का अधिक चुनाव कर रही हैं, बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा धूपिया भी उनमें से ही एक हैं। नेहा ने खुद से दो साल छोटे अपने दोस्त, अंगद बेदी को अपना लाइफ पार्टनर चुना है। नेहा और एक्टर अंगद बेदी की शादी पूरे रीति-रिवाज से दिल्ली में हुई हैं। जिसकी जानकारी नेहा ने ट्विटर पर शादी की फोटो शेयर करके दी है। ऐसे में इस शादी के साथ ही, और अक्सर जब-जब ऐसी शादियां होती हैं, तो लोगों के मन में ये सवाल आता है कि आखिर कोई लड़की खुद से छोटे लड़के को शादी के लिए क्यों चुनती हैं। वहीं कुछ लोगों के मन में ऐसी शादी की सफलता को लेकर भी संशय रहता है। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आज हम आपको ये संशय दूर करने जा रहे हैं। दरअसल खुद से छोटी उम्र के लड़के से शादी करने के भी अपने बहुत सारे फायदे हैं। जैसे कि..
दरअसल कम उम्र के लड़के अधिक एक्टिव और स्पोर्टी होते हैं। साथ ही उन्हें नई-नई चीजों को एक्सप्लोर करना अच्छा लगता है। ऐसे में कम उम्र के लोग के साथ आपको भी अपनी रियल उम्र का पता नहीं चलता और आप खुद को हमेशा जवां महसूस करती हैं। साथ ही आप अपने पार्टनर की एनर्जी को सही दिशा में लगाकर इससे पॉजिटिव परिवेश बना सकती है।
दरअसल अगर कोई लड़की खुद से कम उम्र के लड़के को लाइफ पार्टनर बना रही है तो जाहिर सी बात होगी कि लड़की को हर चीज का ज्यादा अनुभव होगा। यहां तक कि वो अपने करियर लाइफ में भी सेटल रहेगी। ऐसे में वो प्रोफेशनल और मेंटली काफी मजबूत होती है, जो कि उसे भावनात्मक रूप से भी सशक्त बनाता है। ऐसे महिलाएं अपने पार्नर पर डिपेंड रहने के बजाए उन्हें अपने एक्सपीरियंस बताकर उनका करियर अच्छे से मोल्ड कर सकती है। जबकि कम उम्र की लड़कियां हर तरह से अपने जीवनसाथी पर निर्भर रहती हैं।
कम उम्र के लड़कों से प्यार करने पर आपके मन से यह एहसास चला जाता है कि संबंध बनाते समय वह आपको लेकर जजमेंटल हो जाएगा. आप बिना किसी डर के बिंदास तरीके से प्यार करते हैं.
यह बात बिल्कुल सच है कि यंग ऐज के लड़कों में शारीरिक आकर्षण ज़्यादा होता है. वह आपकी फिजिकल ज़रूरतों को बेहतर तरीके से समझते हैं.
कम उम्र के पार्टनर के साथ यह चांसेस कम होते हैं कि उनका कोई पिछला हिसाब-किताब बाकी होगा. ऐसे में आपको उनके पुराने प्यार के लौट आने का ख़तरा नहीं रहता.
यंग ऐज के लड़के उत्साह से भरपूर होते हैं. उनके साथ संबंध बनाने में कोई कमी नहीं आती. आप उनसे खुलकर अपनी सेक्स इच्छाएं ज़ाहिर कर सकती हैं.
कम उम्र के लड़कों को डेट करने पर ईगो प्रॉब्लम नहीं आती जो अक्सर बड़े उम्र के लड़कों में देखने को मिलती है.
कम उम्र के लड़कों को आपकी अचीवमेंट्स पर ख़ुशी होगी. क्योंकि उस समय वह भी उसी दौर से गुज़र रहे होते हैं. वह आपको किसी प्रकार से जज नहीं करेंगे बल्कि सपोर्ट करेंगे.
कम उम्र में लड़कों को घूमने-फिरने का बहुत शौक होता है. इन्हें डेट करने पर आपकी लाइफ भी रोमांच से भरपूर हो जाती है. उनके साथ आप भी एन्जॉय करती हैं.
वहीं कम उम्र के लड़के के साथ देखा जाए तो शारीरिक संबंध बनाने से कोई नुकसान नहीं होता है। वहीं एक रिसर्च की माने तो लड़कों में खुद से बड़ी उम्र की महिलाओं को देखकर टेस्टेस्टेरोन का लेवल बढ़ जाता है और यही कारण है कि लड़के खुद से बड़ी उम्र की महिलाओं की तरफ आकर्षित होते हैं और उनसे ही शादी करना पसंद करते हैं। ऐसे आकर्षण की वजह से आपकी सेक्स लाइफ भी बेहतर रहती है।