आजादी 2018 : इन 7 मौंकों पर गाया जाता है राष्ट्रीय गान, जिसे हर भारतीय को जानना चाहिए
भारत देश पर ब्रिटिश सरकार ने लगभ 120 साल तक राज किया था, देशवासियों को गुलाम बनाकर उनसे मजदूरी करवाई जाती थी लेकिन कुछ नौजवानों ने क्रांति की और देश को आजाद करने की ठाऩी. उनमें से सबसे पहले क्रांति साल 1857 में मंगल पांडे ने की थी जो ब्रिटिश सरकार के भारतीय सिपाही थे लेकिन उन्हें किसी का साथ नहीं मिला और फिर फांसी की सजा सुना दी गई. इसके बाद झांसी की रानी और कई क्रांतिकारियों ने आग फैलाई लेकिन सभी को मौत नसीब हुई. देश की हालत बहुत बिगड़ी और फिर कुछ नौजवानों ने इसे आजाद करने का जिम्मा लिया जिसमें भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को आजादी के पहले ही फांसी दे दी गई थी जिसने देश में आजादी की लड़ाई छेड़ी थी. हमारे देश को आजादी दिलवाने में चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस के साथ-साथ ना जाने कितनों ने अपनी कुर्बानी दी सिर्फ भारत को आजाद कराने के लिए उऩ्होंने अपने जीवन की कोई परवाह नहीं की. इसमें महात्मा गांधी का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है लेकिन असल बात ये है कि देश को आजाद कराने वाले वीर की कुर्बानी बेवजह नहीं गई और कई सालों की लड़ाई 15 अगस्त, 1947 को खत्म हुई और भारत देश को दुनिया में अलग पहचान मिल ही गई. देश के सम्मान में गाया जाने वाला राष्ट्रीय गीत हमें गर्व से भर देता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन 7 मौंकों पर गाया जाता है राष्ट्रीय गान ?
इन 7 मौंकों पर गाया जाता है राष्ट्रीय गान
हर देश का अपना एक नेशनल एंथीम होता है और हमारे भारत का राष्ट्रीय गान तो सबसे निराला है और इसकी लिरिक्स में देशभक्ति की लहर दौड़ती है. भारत के राष्ट्रीय गान को आजाद भारत के पहले राष्ट्रपति रविंद्रनाथ टैगोर ने लिखा था, उसे कंपोज किया था और गाया भी था. इसके बाद इसे कई धुन और सुर में गाया गया लेकिन उसके लिरिक्स आज भी वही है. उन्होंने इस एंथीम को लिखने के पहले बताया था कि ये इन 7 मौंको पर गाया जाए.
1. जब राष्ट्र सलामी देता है (इसका मतलब ये है कि राष्ट्रपति या संबंधित राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के अंदर राज्यपाल/लेफ्टिनेंट गवर्नर को विशेष अवसरों पर राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रीय सलामी-सलामी शस्त्र प्रस्तुत किया जाता है).
2. औपचारिक राज्य कार्यक्रमों और सरकार द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रमों में राष्ट्रपति के आगमन पर और सामूहिक कार्यक्रमों में राष्ट्रगान गाया जाता है.
4. ऑल इंडिया रेडियो पर राष्ट्रपति के राष्ट्र को संबोधन से पहले और उसके बाद राष्ट्रगान गाया जाता है.
5. राज्यपाल/लेफ्टिनेंट गवर्नर के उनके राज्य/संघ राज्य के अंदर औपचारिक राज्य कार्यक्रमों में आगमन पर और इन कार्यक्रमों से उनके वापस जाने के समय भी इस गान को गाया जाता है.
6. जब राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा परेड में लगाया जाए तब तिरंगे के सम्मान में राष्ट्रगान गाया जाता है.
7. जब रेजीमेंट के रंग प्रस्तुत किए जाते हैं तब भी राष्ट्रगान गाया जाता है.