राजस्थान से 500 हिंदुओं को भेजा गया पाकिस्तान वहां होगा उनका धर्म परिवर्तन, यह है मजबूरी
नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पाकिस्तान किसी ना किसी विवाद को लेकर हमेशा सुर्खियों में ही बना रहता है चाहे भारत पर हमला करने की बात हो या भारत की सीमा में घुसने की पाकिस्तान इस बार धर्म परिवर्तन के मामले के विवाद को लेकर सामने आया है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में यह कार्य बहुत समय से होते आ रहे हैं जहां पर हिंदुओं को जबरदस्ती मुसलमान बनाया जाता है अभी खबर राजस्थान से लगे पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 500 हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जाएगा और इनमें से अधिकतर वह लोग हैं जिनको कुछ समय पहले ही भारत से पाकिस्तान में डिपोर्ट किया गया था। पढ़ते हैं इस खबर के बारे में और भी विस्तार से आखिर क्या है पूरी खबर।
पाकिस्तान में मौजूद सिंध प्रांत में 25 मार्च को एक बहुत बड़ा आयोजन किया जा रहा है जिसको लेकर अत्यधिक प्रचार भी किया जा रहा है राजस्थान के अंदर पाकिस्तान से हुए विस्थापित हिंदुओं के लिए कार्य करने वाले एक हिंदू सिंह सोढा ने बताया है कि पाकिस्तान में हो रहे यह बड़े धर्म परिवर्तन के बीच अधिकतर वही लोग शामिल हो सकते हैं जिनको अभी कुछ दिनों पहले ही भारत से पाकिस्तान में डिपोर्ट किया गया है।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि यहां पर उन लोगों को बहुत पीड़ा सहनी पड़ती है उनको काफी जलालत भी महसूस करनी पड़ती है जिस वजह से वह लोग बाद में अपनी ही हालत पर रोकर धर्म परिवर्तन करने को मजबूर हो जाते हैं क्योंकि जीवन में हर व्यक्ति खुश रहना चाहता है और पाकिस्तान के अंदर धर्म परिवर्तन करने के लिए भी बहुत मजबूर किया जाता है। ऐसे मामले बहुत बार आप खबरों में पढ़ चुके हैं और आप की अधिक जानकारी के लिए हम यह बताना चाहते हैं कि पिछले 3 वर्षों के अंदर भारत में शरण लेने आये 1379 हिंदुओं को पाकिस्तान लौटाना पड़ा है।
सोड़ा सिंह ने इस खबर के ऊपर बताया है कि पाकिस्तान के अंदर ऐसे धर्म परिवर्तन के आयोजन होते ही रहते हैं और यह आयोजन बहुत ही बड़े पैमाने पर किया जाता है वह अपनी खबर के अनुसार यह भी बताते हैं कि जो लोग पाकिस्तान से भारत की ओर जाते हैं वहां से वापस बहुत ही मजबूरी में आते हैं क्योंकि वह वापस पकिस्तान नहीं आना चाहते है।
सोड़ा सिंह की रिपोर्ट के अनुसार पुलिसकर्मी और सुरक्षा एजेंसियां केवल इस बात का प्रयास करती रहती है जिसमे इनको किसी भी प्रकार डिपोर्ट किया जा सके। जब इनको वापस पाकिस्तान में आना पड़ता है तब उसके बाद इनके साथ बहुत ही बुरा बर्ताव किया जाता है उन्होंने इस खबर के बारे में केंद्र सरकार को पत्र भी भेजे हैं और राज्य सरकार को भी एवं वह केंद्रीय गृह के मंत्रियों से मुलाकात भी करेंगे ताकि जिन भी लोगों को यहां लाया गया है उन्हें बहुत ही कम परेशानियों का सामना करना पड़े।
पाकिस्तान में मानव अधिकार संगठन से जुड़े हुए श्री कृष्ण शर्मा और पाकिस्तानी हिंदू परिषद के संरक्षक डॉ रमेश नानक वाणी बताते हैं कि यहां पर जो भी धर्म परिवर्तन होते हैं सर्वेक्षा अनुसार नहीं किया जाता है शादीशुदा मुस्लिम लड़के लड़कियों का अपहरण करते हैं और उनके साथ रेप करते हैं तथा धमकाते भी हैं जिसके बाद उन्हें धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर भी जाता है एवं जो हिंदू बने रहते हैं उनको किसी भी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जाती है।