भाभी के निधन के कुछ घंटों बाद थमी ननद की सांसें, एक साथ उठी अर्थी तो रो पड़ा पूरा गांव
भाभी और ननद का रिश्ता दो बहनों की तरह होता है। दोनों घर में एक दूसरे का ध्यान रखते हैं और अपने दिल की बात भी उनसे कह देते हैं। इस बीच आज हम आपको एक ऐसी मार्मिक खबर सुनने जा रहे हैं जिसे जान आपका दिल भी रो पड़ेगा। झारखंड के धनबाद जिले में एक घर में ननद और भाभी की अर्थी एक साथ उठी।
भाभी-ननद का एक साथ हुआ अंतिम संस्कार
यह दुखद नजारा जिले के पुरनीगड़िया गांव के में देखने को मिला। यहां परिजनों का उस समय रो-रोकर बुरा हाल हो गया जब घर की बहू के मारने के कुछ ही घंटों बाद बेटी की भी मौत हो गई। दरअसल 30 साल की तारणी देवी (पति रंजीत राउत) की एक बीमारी के चलते मौत हो गई थी। फिर कुछ ऐसा हुआ कि उसकी 10 साल की ननद दृष्टि कुमारी (पिता मुरारी राउत) भी भगवान पास चली गई।
भाभी के निधन के कुछ घंटों बाद थमी ननद की साँसे
दरअसल भाभी के निधन के बाद ननद अपनी मां गुड़िया देवी संग दाह संस्कार के लिए दूध लेकर जा रही थी। यहीं चतरो-महतोटांड़ मुख्य मार्ग पर पता नहीं कहां से अचानक एक अनियंत्रित ऑटो आ गया। इस ऑटो ने मां-बेटी को टक्कर मार दी। इससे मां तो घायल हो गई लेकिन 10 वर्षीय बच्ची दृष्टि कुमारी की मौत हो गई।
बच्ची हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई थी। परजन उसे जमुआ ले आए थे जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद डॉक्टरों ने उसे धनबाद रेफर किया। लेकिन यहां इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया। अब उधर घर पे भाभी का शव पड़ा था और इधर ननद के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिर शव जब गाँव अया तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
पूरे गांव में पसरा मातम
बेचारा परिवार पहले ही घर की बहू की मौत से दुखी था। ऊपर से बेटी का शव भी आ गया। फिर दोनों की अर्थी एक साथ उठी। यह नजारा जिसने भी देखा उसकी आँखें नम हो गई। अब इस घटना के बाद पूरे गाँव में मातम छाया हुआ है। किसी को यकीन नहीं हो रहा कि भगवान इतना भी कठोर हो सकता है जो एक साथ एक घर की दो लक्ष्मियों को छिन लिया।